पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय रेल परिसर गोंडा में एनइपी 2020 की चौथी वर्षगांठ के अंतर्गत विविध गतिविधियों का आयोजन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

पीएमश्री केंद्रीय केंद्रीय विद्यालय रेल परिसर गोंडा के प्रांगण में एनइपी 2020 की चौथी वर्षगांठ के अंतर्गत शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। दिनांक 22 जुलाई 2024 से 28 जुलाई 2024 तक चलने वाले इन कार्यक्रमों में आज दिनांक 27 जुलाई 2024 को छठे दिन की गतिविधि के रूप में इको क्लब फॉर मिशन लाइफ के अंतर्गत पौधारोपण “एक पेड़ मां के नाम” का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अपनी माता के साथ सम्मिलित होकर वृक्षारोपण का कार्य किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्राचार्या डॉ. अपर्णा सक्सेना जी ने की। कार्यक्रम में शिक्षक गण लक्ष्मी शंकर, मनीष चौधरी, श्याम कुमार, सत्य प्रकाश तथा अन्य शिक्षक  उपस्थित रहे। वृक्षारोपण कार्यक्रम में अश्मित, मान्यता, शिवानी, आरुष, यशिका तथा अन्य छात्र-छात्राओं ने वृक्षारोपण किया।

सप्ताह के प्रत्येक दिन को एक विशेष दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। जिसमें प्रथम दिन 22 जुलाई 2024 को टी एल एम डे, द्वितीय दिन एफ एल एन डे, तृतीय दिवस खेल दिवस, चतुर्थ दिवस सांस्कृतिक दिवस, पंचम दिवस स्किलिंग और डिजिटल इनीशिएटिव डे के रूप में मनाए गए। आगामी कार्यक्रम के रूप में कल दिनांक 28 जुलाई 2024 को कम्युनिटी इंवॉल्वमेंट डे के रूप में मनाया जाएगा।

नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 ने भारतीय शिक्षा प्रणाली में कई महत्वपूर्ण सुधारों का मार्ग प्रशस्त किया है। शिक्षण सप्ताह 22 जुलाई से 28 जुलाई के दौरान, इस नीति के प्रभावों को विस्तार से समझने और अपनाने का अवसर मिलता है। इस सप्ताह का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार और विद्यार्थियों के समग्र विकास को प्रोत्साहित करना है।

इस सप्ताह के दौरान, शिक्षण संस्थानों में विभिन्न गतिविधियों और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। इसमें शिक्षकों के प्रशिक्षण, विद्यार्थियों के लिए नवाचार कार्यक्रम और शैक्षिक सामग्री की गुणवत्ता सुधारने पर जोर दिया जाता है। शिक्षण सप्ताह का एक महत्वपूर्ण पहलू है शिक्षकों को नई शिक्षण तकनीकों से अवगत कराना, जिससे वे छात्रों को अधिक प्रभावी ढंग से पढ़ा सकें।

नई शिक्षा नीति का जोर केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें जीवन कौशल, नैतिक शिक्षा और व्यावहारिक ज्ञान को भी महत्व दिया गया है। इस दौरान, विभिन्न कार्यशालाओं और सत्रों के माध्यम से छात्रों को क्रिटिकल थिंकिंग, रचनात्मकता और समस्या समाधान के कौशल सिखाए जाते हैं।

शिक्षा सप्ताह 22 जुलाई से 28 जुलाई शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत को एक नई दिशा में ले जाने में सहायक होगा। इस सप्ताह के माध्यम से, नई पीढ़ी को शिक्षा के नए आयामों से परिचित कराना और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना इसका प्रमुख उद्देश्य है।

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