पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान, राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले- ‘पेंशन हमारा अधिकार’
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा, 15 जून।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर एक बार फिर देशभर में आर-पार की लड़ाई छेड़ने का ऐलान किया गया है। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बासवराज गुरिकर ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल नहीं हो जाती, तब तक शिक्षक समाज चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम एनपीएस और यूपीएस का पूर्ण बहिष्कार करते हैं और पेंशन के लिए निर्णायक संघर्ष होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष शनिवार को नवाबगंज कस्बे में आयोजित एक भव्य स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज का दर्पण होता है और उसके भविष्य की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। पेंशन सिर्फ आर्थिक सुरक्षा नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और सम्मान का प्रतीक है। सरकार कल्याणकारी राज्य की अपनी भूमिका से पीछे नहीं हट सकती।
इस दौरान उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी को राष्ट्रीय संगठन ने पूरा समर्थन देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि संगठन अब उत्तर प्रदेश में भी तेज और निर्णायक आंदोलन को गति देगा।
कार्यक्रम से पूर्व जैसे ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बासवराज गुरिकर का काफिला जनपद सीमा में पहुंचा, नवाबगंज गन्ना समिति प्रांगण में जिला मंत्री उमाशंकर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों शिक्षकों ने फूलमालाओं और गगनभेदी नारों के साथ उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर संगठन के तमाम पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे जिनमें प्रमुख रूप से –
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय मिश्रा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं प्रदेश महामंत्री उमाशंकर सिंह, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, प्रदेश संयुक्त महामंत्री डॉ. अमित कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष मालती सिंह, सोनभद्र संयोजक रविन्द्रनाथ चौधरी, सह संयोजक रणजीत कुमार, मंत्री अयोध्या प्रेम वर्मा, जिलाध्यक्ष सुल्तानपुर दिनेश उपाध्याय, मंत्री रामाशीष मौर्य, रणवीर सिंह, राजेश सिंह आदि शामिल रहे।
इसके पश्चात सभी पदाधिकारी राष्ट्रीय संगठन सचिव अर्जुन सिंह के पिता की तेरहवीं में सम्मिलित हुए और पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख शिक्षकों में अवनीश तिवारी, अनिल द्विवेदी, प्रदीप शुक्ला, राधेलाल, रामगोपाल सिंह, परमानंद पाठक, केएम सिंह, डॉ. ध्रुव नारायण पांडेय, अशोक सिंह, शिव कुमार गुप्ता, राजेश यादव, अंजनी तिवारी, अभिषेक सिंह, धर्मेंद्र पांडेय, महेंद्र सिंह, सौरभ यादव, नरसिंह नारायण मिश्रा, रवि नंदन सिंह, सुशील कुमार, वीरेंद्र सिंह, बसंत पांडेय, बृजेश सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।



