प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
विकासखण्ड बेलसर के प्राथमिक विद्यालय बकौली पुरवा में विश्व मलेरिया दिवस को मनाया गया। आपको बता दे कि हर साल 25 अप्रैल काे World Malaria Day मनाया जाता है। मलेरिया (Malaria) एक ऐसी बीमारी है जिसका समय रहते इलाज नहीं किया गया तो ये जानलेवा साबित हो सकती है। मच्छरों से फैलने वाली ये बीमारी भारत जैसे देश में ज्यादा देखने को मिलती है। हालांकि इसे कंट्रोल करना हमारे हाथ में है। तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही मच्छरों का आतंक भी काफी बढ़ जाता है। मच्छर मलेरिया के अलावा और भी कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकते हैं। ऐसे में इस बीमारी के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से ही 25 अप्रैल को वर्ल्ड मलेरिया डे मनाया जाता है। मलेरिया से बचाव के लिए हमें ही जागरुक होना होगा।
अगर आप भी इस जानलेवा बीमारी से खुद को या परिवार को बचाना चाहते हैं तो अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करना बेहद जरूरी है। राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त शिक्षक श्री राखाराम गुप्ता के द्वारा बताया गया कि विद्यालय में बच्चों को विश्व मलेरिया डे के बारे में बताया गया। मलेरिया से बचाव को लेकर उन्हें यह समझाने का प्रयास किया गया कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। बच्चों को संचारी रोग से सतर्क करते हुए पोस्टर आदि भी तैयार किए गए हैं। इसलिए दौरान बच्चे सक्रिय प्रतिभाग किये और संचारी रोग को लेकर जनजन तक पहुँचाने का संकल्प लिया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिवशंकर मिश्रा ने बताया कि नीम और तुलसी दोनों में मलेरिया से लड़ने वाले नेचुरल गुण पाए जाते हैं। आपको रोज सुबह तुलसी के कुछ पत्तों को चबाना चाहिए। आप चाहें तो इसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। वहीं नीम के धुएं से मच्छर तेजी से भागते हैं। इस दौरान देवेंद्र कुमार सिंह, आशीष जौहरी, प्रभांशु मिश्रा आदि सभी उपस्थित रहे।



