राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य ने पेश की मिसाल, किया रक्तदान
ब्लड बैंक पहुंचे प्रधानाचार्य, एक यूनिट रक्त देकर समाज को दिया प्रेरणादायक संदेश
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने आज एक अनुकरणीय कदम उठाते हुए रक्तदान किया। वह स्वयं ब्लड बैंक पहुंचे और एक यूनिट रक्त दान कर समाज को प्रेरणा दी। उनका यह कदम न केवल लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करेगा, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समाज के अग्रणी व्यक्ति अपने कार्यों से कैसे मिसाल पेश कर सकते हैं।
रक्तदान के बाद प्रो. कोटास्थाने ने कहा, “रक्तदान सबसे पुनीत कार्यों में से एक है। यह एक ऐसा कार्य है जिससे किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। सभी को इस नेक काम के लिए आगे आना चाहिए।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ब्लड बैंक रक्तदाताओं की वजह से ही संचालित होते हैं, और ऐसे में रक्तदान करने से हिचकिचाना नहीं चाहिए।
उन्होंने बताया कि अक्सर लोग रक्तदान को लेकर भ्रांतियों और डर से घिरे रहते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित है। “एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है। यह न केवल जरूरतमंद मरीजों की मदद करता है, बल्कि स्वयं रक्तदाता के लिए भी स्वास्थ्यवर्धक है।”
ब्लड बैंक की आवश्यकता और समाज की जिम्मेदारी
ब्लड बैंक के अधिकारियों ने प्रधानाचार्य के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज के सभी वर्गों के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में रक्त की भारी मांग रहती है, खासकर आपात स्थितियों और सर्जरी के दौरान। ऐसे में रक्तदाताओं का योगदान अमूल्य होता है।
प्रो. कोटास्थाने का यह कदम उन लोगों को प्रेरित करेगा, जो अभी तक रक्तदान करने से कतराते रहे हैं। ब्लड बैंक ने भी आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दें और जरूरतमंदों की मदद करें।
समाज के लिए है जरूरी संदेश
लोगों का कहना है कि नेतृत्व की सबसे बड़ी ताकत उसका उदाहरण बनना है। प्रो. कोटास्थाने का यह प्रयास समाज में जागरूकता फैलाने और रक्तदान के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने में मील का पत्थर साबित हो सकता है। उन्होंने सभी से यह आग्रह किया कि वे रक्तदान को अपनी जिम्मेदारी समझें और अधिक से अधिक इस महान कार्य में भाग लें।



