अधीक्षिका भले ही हटाई गईं हो मगर उनके साए से अभीतक खौफजदा हैं महिला स्वास्थ्य कर्मी
11 दिनों तक चले आंदोलन के बाद एडी हेल्थ डॉ जयंत कुमार के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि वर्मा ने मंगलवार देर शाम को हटा दिया था
अभी तक पंडरी कृपाल सीएचसी पर टँगा हुआ है अधीक्षिका डॉ पूजा जायसवाल लिखा हुआ बैनर
बदलाव के बाद से बंद पड़ा है अधीक्षिका का दफ्तर
अधीक्षिका डॉ पूजा जायसवाल की जगह तैनाती पाने वाले डॉ राहुल सोनकर अभी भी अपनी पुरानी जगह पर ही बैठते हैं और मरीज देखते हैं
अभी डॉ राहुल सोनकर के पास नहीं लिया चार्ज
सूत्र बताते हैं कि अभी भी सीएचसी पंडरी कृपाल कर्मचारियों को सीएमओ दफ्तर बुलाकर ली जाती है क्लास
सीएचसी पंडरी कृपाल के whtsapp group की अभी भी डॉ पूजा जायसवाल ही हैं admin
जिससे सीएचसी पण्डरीकृपाल के महिला कर्मचरियों में छाया हुआ है खौफ का साया
एएनएम और सीएचओ के संगठनों में फिर लामबंदी बढ़ने की सुगबुगाहट
अधीक्षिका हटीं, लेकिन खौफ नहीं! पंडरी कृपाल सीएचसी की महिला स्वास्थ्यकर्मी अब भी डरी-सहमी
11 दिन के आंदोलन के बाद हटाई गई थीं अधीक्षिका, लेकिन उनका साया अब भी बना हुआ है
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी पंडरी कृपाल में अधीक्षिका डॉ. पूजा जायसवाल को भले ही हटा दिया गया हो, लेकिन वहां की महिला स्वास्थ्यकर्मी अब भी खौफ के साए में काम कर रही हैं। उनके नाम का बोर्ड अब भी अस्पताल परिसर में टंगा है, और यहां तक कि सीएचसी के आधिकारिक व्हाट्सऐप ग्रुप की एडमिन भी अब तक वही हैं।
गौरतलब है कि लगातार 11 दिनों तक चले आंदोलन के बाद एडी हेल्थ डॉ. जयंत कुमार के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. रश्मि वर्मा ने मंगलवार देर शाम उन्हें पद से हटा दिया था। मगर इस बदलाव के बावजूद अस्पताल के हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं।
अधीक्षिका का नाम बोर्ड से नहीं हटा, दफ्तर पर अब भी ताला
पंडरी कृपाल सीएचसी में अभी भी अधीक्षिका डॉ. पूजा जायसवाल का नाम बोर्ड पर लिखा हुआ है। हटाए जाने के बाद से ही उनका दफ्तर बंद पड़ा है और वहां ताला लगा हुआ है। कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासनिक तौर पर भले ही उन्हें हटा दिया गया हो, लेकिन अब तक कोई स्पष्ट आदेश नहीं आया कि उनकी जगह नियुक्त किए गए डॉ. राहुल सोनकर को चार्ज सौंपा जा चुका है या नहीं।
नई तैनाती, लेकिन चार्ज नहीं, अब भी पुरानी सीट पर बैठ रहे डॉक्टर
डॉ. राहुल सोनकर को अधीक्षक पद की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन वे अब भी अपनी पुरानी जगह पर बैठकर मरीजों को देख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, अभी तक उन्हें अधीक्षक पद का चार्ज नहीं सौंपा गया है, जिससे अस्पताल के प्रशासनिक कार्यों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
अब भी बुलाकर हो रही ‘क्लास’, महिला स्वास्थ्यकर्मियों में दहशत
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सीएचसी पंडरी कृपाल की महिला स्वास्थ्यकर्मी अब भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि हटाए जाने के बावजूद अब भी सीएमओ कार्यालय में संबद्धता के बाद वहीं पर कर्मचारियों को बुलाकर निर्देश दे रही हैं। इससे कर्मचारियों में भय का माहौल बना हुआ है।
व्हाट्सऐप ग्रुप की एडमिन अब भी वही, महिला स्वास्थ्यकर्मी डरी हुईं
सीएचसी पंडरी कृपाल के आधिकारिक व्हाट्सऐप ग्रुप में अब भी डॉ. पूजा जायसवाल ही एडमिन बनी हुई हैं। इससे महिला कर्मचारियों में आशंका बनी हुई है कि वे अभी भी किसी न किसी तरीके से अपना प्रभाव बनाए हुए हैं।
सीएचसी अधीक्षक के रूप में नवीन तैनाती पाए चिकित्सक डॉ राहुल सोनकर ने बताया कि उन्हें प्राशासनिक और वित्तीय चार्ज मिल चुका है, वे मरीजों के सहूलियत के लिए अभी अपने पुरानी कुर्सी पर बैठ रहे थे, अब अगले कार्यदिवस से वे अधीक्षक के दफ्तर की कुर्सी पर बैठेंगे
स्वास्थ्य संगठनों में फिर बढ़ी हलचल, लामबंदी की सुगबुगाहट
इस पूरे घटनाक्रम के बाद एएनएम और सीएचओ संगठनों में फिर से लामबंदी बढ़ने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। कर्मचारी चाहते हैं कि सीएचसी पंडरी कृपाल में जल्द से जल्द नए अधीक्षक को पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाए और महिला स्वास्थ्यकर्मियों के भय को खत्म किया जाए।
प्रशासन कब तक करेगा स्थिति साफ : जिलाध्यक्ष अंजनी शुक्ला
मौजूदा हाल पर मातृ शिशु कल्याण महिला संघ की जिलाध्यक्ष अंजनी शुक्ला ने कहा कि अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस स्थिति को जल्द स्पष्ट करेगा, या कर्मचारियों की असमंजस की स्थिति बनी रहेगी? क्या महिला स्वास्थ्यकर्मियों के डर को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाएगा? संगठन और अस्पताल के कर्मचारियों की निगाहें अब प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हुई हैं।
बताते चलें कि अधीक्षिका पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कर्मचारी लामबंद हो गए थे। कर्मचरियों ने अधीक्षिका को हटाए जाने की मांग शुरू कर दी थी। इसी क्रम में आक्रोशित कर्मी धरने पर बैठ गए थे। विवाद बढता देख उच्चाधिकारियों ने अधीक्षिका को हटाते हुए सीएमओ दफ्तर से संबद्ध कर दिया था। उनकी जगह डॉ राहुल सोनकर को अधीक्षक पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मंगलवार देर शाम हुई इस कार्रवाई पर भी कर्मचरियों ने तबतक संतोष नहीं जाहिर किया था कि जबतक उन्हें सीएमओ की तरफ से आश्वासन नहीं मिल गया था। बुधवार सुबह को इसके लिए बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी सीएमओ दफ्तर पहुचे थे।



