नकली पेपर रैकेट का भंडाफोड़: असिस्टेंट प्रोफेसर समेत तीन गिरफ्तार, 35 लाख में बेच रहे थे सवाल-पत्र
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक कराने की बड़ी साजिश को एसटीएफ ने बेनकाब करते हुए गोंडा स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर बैजनाथ पाल सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह में बैजनाथ के अलावा उसका भाई विनय पाल और कंप्यूटर ऑपरेटर महबूब अली शामिल हैं। आरोपियों ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग, प्रयागराज की ओर से आयोजित सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र अभ्यर्थियों को 35-35 लाख रुपये में बेचने की डील की थी।
एसटीएफ के मुताबिक आरोपियों को लखनऊ से दबोचा गया। उनके पास से 12 लाख रुपये नकद, एक वैगनआर कार, मोबाइल फोन, एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। बैजनाथ पाल मूल रूप से अयोध्या का रहने वाला है और वर्ष 2022 से एलबीएस डिग्री कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग में कार्यरत था।
मामला तब उजागर हुआ जब परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को जो प्रश्नपत्र मुहैया कराए गए थे, वे वास्तविक पेपर से मेल नहीं खाए। अभ्यर्थियों ने ठगे जाने की आशंका में जब पैसे वापस मांगे और बात नहीं बनी, तो उन्होंने पुलिस से शिकायत कर दी। इसी के आधार पर जांच शुरू हुई और एसटीएफ ने पूरी साजिश को बेनकाब कर दिया।
बैजनाथ पाल की गिरफ्तारी से जहां एलबीएस जैसे प्रतिष्ठित कॉलेज की साख को गहरी चोट पहुंची है, वहीं शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। मामले की जांच जारी है और एसटीएफ पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है।



