15000 शिक्षक भर्ती में वेतन वृद्धि को लेकर विसंगति, शिक्षकों को 1 जनवरी 2017 से लाभ देने की मांग
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। 15000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत नियुक्त शिक्षकों को समय पर वेतन वृद्धि न दिए जाने को लेकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश की गोंडा इकाई ने नाराजगी जताई है। संगठन ने इस संबंध में वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा गोंडा को पत्र भेजकर 1 जनवरी 2017 से वेतन वृद्धि लागू करने की मांग की है।
संगठन की ओर से भेजे गए पत्र में बताया गया है कि 28 जून 2016 को जनपद गोंडा में 150 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। इसके अगले दो दिन 29 और 30 जून को ग्रीष्म अवकाश और 1 जुलाई को राजपत्रित अवकाश होने के कारण शिक्षकों ने 2 जुलाई 2016 को कार्यभार ग्रहण किया। इसके बावजूद इन्हें पहली वार्षिक वेतन वृद्धि 1 जनवरी 2017 के बजाय 1 जुलाई 2017 से दी गई।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का कहना है कि सातवें वेतन आयोग के प्रावधानों के अनुसार नियुक्ति के छह महीने पूर्ण होने पर ही पहली वेतन वृद्धि मिलनी चाहिए। 1 जनवरी से 1 जुलाई के बीच नियुक्त कार्मिकों को 1 जनवरी को वेतन वृद्धि का हकदार माना गया है।
पत्र में मांग की गई है कि वेतन निर्धारण में हुई इस त्रुटि को दूर किया जाए और 1 जनवरी 2017 से वेतन वृद्धि लागू कर शिक्षकों को आर्थिक लाभ प्रदान किया जाए।
संगठन की ओर से यह पत्र कार्यकारी जिलाध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव और जिला संयुक्त महामंत्री आनन्द प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से भेजा गया है।



