पंडरी कृपाल सीएचसी पर स्वास्थ्य कर्मियों का बड़ा आंदोलन आज से, अधीक्षिका के तबादले की मांग पर अड़े कर्मचारी
अनशन से शुरू हुआ विरोध अब व्यापक आंदोलन में तब्दील, कई संगठनों का समर्थन
स्वास्थ्य कर्मियों ने पहले भी जताया विरोध, अब आर-पार की लड़ाई
अधीक्षिका पर उत्पीड़न का आरोप, तबादले की मांग पर अड़े हुए हैं कर्मचारी
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोंडा। पंडरी कृपाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर अधीक्षिका के खिलाफ बीते कई दिनों से चल रहा स्वास्थ्य कर्मियों का विरोध आज मंगलवार को बड़े आंदोलन का रूप ले लेगा। एएनएम और सीएचओ के नेतृत्व में चल रहे इस अनशन को अब बेसिक हेल्थ वर्कर्स यूनियन, स्टाफ नर्स संगठन, संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद सहित अन्य संगठनों का भी समर्थन मिल चुका है।

आज सुबह दस बजे से अनशन स्थल पर बड़े कर्मचारी नेताओं का जमावड़ा होगा। इसके साथ ही अन्य कर्मचारी संगठनों के जुड़ने का सिलसिला भी तेज हो गया है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक अधीक्षिका के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
स्वास्थ्य कर्मियों का आरोप है कि सीएचसी अधीक्षिका लगातार कर्मचारियों का मानसिक उत्पीड़न कर रही हैं। इस कारण कार्यस्थल पर तनाव का माहौल बना हुआ है। पीड़ित कर्मचारियों ने अधीक्षिका के तबादले की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। यही कारण है कि अब यह विरोध प्रदर्शन उग्र रूप ले चुका है।
बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन ने अनशन को अपना समर्थन दे दिया है। मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ ने भी आंदोलन का आह्वान किया है। उत्तर प्रदेशीय सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ पहले ही अधीक्षिका के खिलाफ नाराजगी जता चुका है।
पिछले दस दिनों से यह मामला गरमाया हुआ है। पहले दिन ही स्वास्थ्य कर्मियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय का घेराव किया था। हालांकि, सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा से वार्ता विफल रही थी।
इसके बाद शनिवार को कर्मचारियों ने सीएचसी परिसर में धरना शुरू किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अपर निदेशक (एडी) स्वास्थ्य डॉ जयंत कुमार और सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा खुद सीएचसी पहुंचे और कर्मचारियों से वार्ता की। उन्होंने मंगलवार तक जांच पूरी कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ गया है।
संगठन की जिलाध्यक्ष अंजनी शुक्ला ने कहा कि महिला स्वास्थ्य कर्मी तब तक अनशन पर रहेंगी, जब तक अधीक्षिका के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। उनका कहना है कि स्वास्थ्य कर्मियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
आज का दिन इस आंदोलन के लिए अहम माना जा रहा है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या रुख अपनाता है और स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों को लेकर क्या निर्णय लिया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *