सींक और कागज से बच्चों ने बनाया नरकंकाल का मॉडल, गांव में हुआ कौतूहल
समर कैंप में प्रतिभा का प्रदर्शन, ग्रामीणों ने सराहा रचनात्मक प्रयास
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। शिक्षा क्षेत्र मनकापुर के कम्पोजिट विद्यालय सोनबरसा बक्सरा आज्ञाराम में आयोजित समर कैंप के छठवें दिन बच्चों ने कला और रचनात्मकता का अद्भुत प्रदर्शन किया। शिक्षक बलजीत सिंह कनौजिया के मार्गदर्शन में बच्चों ने झाड़ू की सींक और चार्ट पेपर की मदद से एक आदमकद नरकंकाल का मॉडल तैयार कर सभी को चौंका दिया।
इस अनोखी कृति को जब बच्चे गांव लेकर पहुंचे तो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने बच्चों की रचनात्मकता की सराहना करते हुए स्कूल की पहल को सराहा। यह गतिविधि आर्ट एंड क्राफ्ट कार्यशाला के तहत आयोजित की गई थी, जिसमें शिक्षक देवेन्द्र प्रताप और सुरेश कुमार ने सहयोग किया।
कार्यशाला में अंशिका मौर्य, अंशिका भारती, संगीता, प्रिंस मौर्य, दामिनी, आकाश भारती, वीरेंद्र कुमार, अंजू, आदित्य मौर्य और सुमन सहित कई बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने टेप, फेवीकोल, स्केच पेन, कैंची, पेपर और झाड़ू की सींक से नरकंकाल का मॉडल तैयार किया।
शिक्षक बलजीत सिंह ने सभी बच्चों को निर्देश दिया कि वे अपने बनाए मॉडल घर लेकर जाएं ताकि उनके अभिभावक और ग्रामीण भी समर कैंप की उपयोगिता और सार्थकता को समझ सकें। इसका उद्देश्य यह था कि जो बच्चे अभी समर कैंप में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, उनके अभिभावक भी उन्हें प्रेरित कर स्कूल भेजें, जिससे अधिक से अधिक बच्चे इस रचनात्मक प्रशिक्षण का लाभ उठा सकें।
यह अनूठा प्रयास न केवल बच्चों की प्रतिभा को मंच देने वाला साबित हुआ, बल्कि ग्रामीण परिवेश में रचनात्मक शिक्षा की अलख जगाने वाला भी बन गया।



