सीएचसी अधीक्षिका डॉ. पूजा जायसवाल को हटाया गया, डॉ. राहुल सोनकर को मिला चार्ज
सीएमओ दफ्तर से की गईं सम्बद्ध
स्वास्थ्य कर्मचारियों के भारी विरोध के बाद कार्रवाई, दस दिनों से चल रहा था आंदोलन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
पंडरी कृपाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अधीक्षिका डॉ. पूजा जायसवाल को पद से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर डॉ. राहुल सोनकर को अधीक्षक पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह कार्रवाई स्वास्थ्य कर्मचारियों के भारी विरोध और दस दिनों से चल रहे आंदोलन के बाद की गई।
सीएचसी में कार्यरत एएनएम और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ के बैनर तले लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। चार दिनों से स्वास्थ्य कर्मी अनशन पर बैठे थे, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही थीं। कर्मचारियों का आरोप था कि अधीक्षिका डॉ. पूजा जायसवाल के कार्यकाल में कर्मचारियों का उत्पीड़न हो रहा था, जिससे वे मानसिक रूप से परेशान थे।
एडी हेल्थ ने मांगा था समय, मंगलवार शाम को जारी हुआ आदेश
स्वास्थ्य विभाग के एडी हेल्थ ने कर्मचारियों से जांच कर कार्रवाई करने के लिए मंगलवार शाम तक का समय मांगा था। इसके बाद देर शाम आदेश जारी करते हुए डॉ. पूजा जायसवाल को सीएमओ दफ्तर से अटैच कर दिया गया और उनकी जगह डॉ. राहुल सोनकर को सीएचसी का अधीक्षक नियुक्त किया गया।
बुधवार से सीएमओ दफ्तर पर धरने की थी घोषणा
आंदोलन के बीच कर्मचारियों ने बुधवार से मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर धरना देने की घोषणा कर दी थी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं के ठप होने की आशंका थी, जिसे देखते हुए प्रशासन ने तत्परता से निर्णय लिया।
कर्मचारियों के हित में निर्णय – ब्रम्हा प्रसाद
एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष ब्रम्हा प्रसाद ने भी इस फैसले को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय कर्मचारियों के हित में है और इससे स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर होंगी। उन्होंने कहाअधीक्षिकाkके हटाने का लेटर संगठन को सौंपा जाए। तब सभी कर्मियों को काम पर वापस आने के लिए कहा जाएगा।
“स्वास्थ्य कर्मी लंबे समय से परेशान थे। अब जब प्रशासन ने उनकी मांगें मान ली हैं, तो मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।”
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा ने कहा कि
“सीएचसी पंडरी कृपाल की अधीक्षिका डॉ. पूजा जायसवाल को पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह डॉ. राहुल सोनकर को नई जिम्मेदारी दी गई है। वर्तमान में तीन महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम चल रहे हैं, ऐसे में कर्मचारियों का आंदोलन समाप्त कराकर उन्हें कार्य पर वापस लाया जाना जरूरी हो गया था



