डीएम नेहा शर्मा का बड़ा एक्शन, खुले और सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वालों की अब खैर नहीं
अब खुले में शराब पीने पर सीधे होगी कार्रवाई, जानी पड़ सकती है जेल
डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी को दिए तत्काल प्रभावी कार्रवाई शुरू करने के निर्देश
गोण्डा: जनपद में खुले में शराब पीने और सार्वजनिक स्थलों पर नशा करने वालों के लिए बुरी खबर है। जिलाधिकारी (डीएम) नेहा शर्मा ने एक कड़ा कदम उठाते हुए ऐसे तत्वों पर त्वरित कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं। जनपद में सार्वजनिक स्थलों, खासकर शराब की दुकानों के बाहर और हाईवे पर शराबियों द्वारा नशा करने से उत्पन्न होने वाली अव्यवस्था के खिलाफ जिला प्रशासन अब सख्त रुख अख्तियार कर चुका है।
खुले में शराब पीने वालों का टाइम हुआ खतम !
डीएम नेहा शर्मा ने जिला आबकारी अधिकारी को तुरंत विशेष अभियान चलाकर इस तरह की गतिविधियों पर नकेल कसने के आदेश जारी किए हैं। शिकायतें मिल रही थीं कि शराब की दुकानों के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होकर शराब पीते हैं, जिससे आसपास के इलाकों में अशांति का माहौल पैदा हो रहा है। इस तरह की हरकतों से न सिर्फ कानून व्यवस्था पर खतरा है, बल्कि जनसुरक्षा भी प्रभावित हो रही है।
डीएम ने साफ कर दिया है कि किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीते पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश जनपद के सभी प्रमुख बाजारों, हाईवे, कस्बों और ग्रामीण इलाकों की शराब दुकानों के बाहर शराब पीने की घटनाओं के मद्देनजर दिए गए हैं। नशा करने वालों के विरुद्ध इधर बीच शिकायतें डीएम को मिली थीं।
शराब दुकानों पर बढ़ी सख्ती, देर रात तक दुकान खोले रखने पर लगाई गई रोक
डीएम ने शराब की दुकानों के संचालकों पर भी नकेल कसने की तैयारी कर ली है। उन्होंने सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि जनपद की सभी शराब दुकानें अपने निर्धारित समयसीमा के भीतर ही बंद होनी चाहिए। यदि कोई दुकान समयसीमा के बाद खुली पाई जाती है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
साथ ही, डीएम नेहा शर्मा ने ओवररेटिंग यानी शराब की दुकानों पर निर्धारित से अधिक कीमत पर शराब बेचने जैसी अवैध गतिविधियों पर भी रोक लगाने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी को इस पर नजर रखने और नियमित रूप से जांच अभियान चलाने का आदेश दिया है।
जांच और रिपोर्टिंग करने के दिए गए कड़े निर्देश
शराब की दुकानों के बाहर भीड़ लगाकर शराब पीने वालों के खिलाफ अभियान के साथ-साथ डीएम ने डिस्टलरीज की नियमित जांच और सत्यापन के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी प्रगल्भ लवानिया से इनकी विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने को कहा है। डीएम के इन निर्देशों के बाद जनपद में शराब के अवैध कारोबार और अनियंत्रित रूप से शराब पीने की घटनाओं पर बड़ा अंकुश लगने की उम्मीद है।
डीएम ने चेतावनी कि कोई ढील नहीं नहीं मिलने वाली
जिलाधिकारी ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और साफ कर दिया है कि अब जनपद में शराब के सेवन से उत्पन्न होने वाली अशांति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वालों को अब किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।



