FRS प्रणाली बिना मोबाइल के लागू करने पर जताया विरोध, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सौंपा ज्ञापन
विकास भवन परिसर में जोरदार प्रदर्शन, संसाधन उपलब्ध कराने की मांग
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा।
बिना जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए फेस रिकग्निशन सिस्टम (FRS) लागू करने के खिलाफ सोमवार को जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया। विकास भवन परिसर में एकत्र होकर उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें बिना मोबाइल फोन दिए एफआरएस प्रणाली को तत्काल प्रभाव से रोके जाने की मांग की गई। साथ ही पोषण संबंधित कार्यों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में टैबलेट/लैपटॉप व वाई-फाई कनेक्शन तुरंत मुहैया कराने की मांग की गई।
पुराने मोबाइल, खराब इंटरनेट बना रहे बाधा
ज्ञापन में बताया गया कि वर्ष 2019 में दिए गए मोबाइल फोन अधिकतर खराब हो चुके हैं। न तो मरम्मत की कोई व्यवस्था है और न ही राज्य सरकार ने अब तक रिप्लेसमेंट नीति को लागू किया है, जबकि केंद्र सरकार ने चार साल से अधिक पुराने मोबाइल बदलने का निर्देश 29 मार्च 2025 को ही दे दिया है। नई एफआरएस प्रणाली के लिए उच्च गुणवत्ता वाले मोबाइल, हाई-स्पीड इंटरनेट और तकनीकी सहयोग की जरूरत है, जो उपलब्ध नहीं है।
निजी फोन से हो रहा सरकारी काम, मानसिक दबाव में कार्यकर्ता
संगठन ने आरोप लगाया कि अधिकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर निजी मोबाइल से काम करने का दबाव बना रहे हैं। कई जगह एप्लिकेशन पुराने मोबाइल में सपोर्ट नहीं कर रहे। ऐसे में व्यक्तिगत खर्च पर नया फोन खरीदने का दबाव देना न्यायसंगत नहीं है।
मोबाइल कार्यभार बढ़ा, पर रिचार्ज राशि अपर्याप्त
ज्ञापन में बताया गया कि पोषण ट्रैकर, टीकाकरण रिपोर्ट, आधार सत्यापन, लाभार्थी फोटो कैप्चर, एमएमवाई ऐप, प्री-प्राइमरी ऐप जैसे अनेक कार्य मोबाइल से होते हैं। विभाग ने 2000 रुपये सालाना रिचार्ज का प्रस्ताव दिया है, जबकि इतनी राशि में कोई कंपनी एक साल का डेटा पैक नहीं देती। संगठन ने मांग की कि प्रत्येक केंद्र को वाई-फाई सुविधा दी जाए और भुगतान विभाग द्वारा किया जाए।
गर्मी में केंद्र बंद करने की भी मांग
तेज गर्मी को देखते हुए केंद्रों को कुछ समय के लिए बंद करने की मांग भी ज्ञापन में उठाई गई।
डीपीओ ने दिया आश्वासन
इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी (प्रभारी) अभिषेक दुबे ने मांगों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें जिलाधिकारी स्तर तक पहुंचाने और यथासंभव समाधान का आश्वासन दिया।
कुसुम तिवारी के नेतृत्व में प्रदर्शन, लगे नारे
संगठन की अध्यक्ष कुसुम तिवारी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता विकास भवन परिसर में जुटीं। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बैनर तले प्रदर्शन किया और अपने हक में जोरदार नारे लगाए। उन्होंने कहा कि जब तक संसाधन नहीं दिए जाएंगे, तब तक इस प्रणाली को लागू करना न केवल अव्यवहारिक बल्कि अमानवीय भी है।



