**परसपुर में नवजात शिशु झाड़ियों में मिला, गांव वालों की सतर्कता से बचाई गई जान**
* प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
परसपुर थाना क्षेत्र के रेक्सड़िया गांव में मंगलवार की सुबह एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जब गांव के एक खेत के पास झाड़ियों के बीच एक नवजात शिशु कपड़े में लिपटा हुआ मिला। यह मानकर चला जा रहा है कि किसी कलयुगी मां ने जन्म के तुरंत बाद उसे वहां फेंक दिया था।
गांव के निवासी महेंद्र सिंह, जो उस वक्त अपने खेत की ओर जा रहे थे, ने झाड़ियों के बीच नवजात को देखा। उन्होंने नजदीक जाकर देखा तो पाया कि बच्चे की सांसें चल रही थीं। महेंद्र सिंह की सूझबूझ से तुरंत गांव वालों और परसपुर पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही परसपुर पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को थाने लाया गया। तत्पश्चात, चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को सूचित किया गया, जिन्होंने तुरंत नवजात को महिला चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया।
चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर आशीष मिश्र ने बताया कि शिशु का इलाज बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. दयाल द्वारा किया जा रहा है, और उसकी स्थिति स्थिर है। शिशु के पूर्ण स्वस्थ हो जाने पर उसे न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा, जहां बच्चे के हित में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने बताया कि नवजात की देखभाल और इलाज के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि बच्चे को गोद लेने के इच्छुक दंपति भारत सरकार द्वारा जारी एडाप्शन रेग्युलेशन के तहत केयरिंग पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
गांव वालों और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक मासूम की जान बचाई जा सकी है, घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
थाना परसपुर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रेक्सडिया जनपद गोण्डा में एक नवजात शिशु बच्ची लावारिश हाल में मिला हुआ था जिसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के नंबर प्राप्त हुई थी। परसपुर की पुलिस एवम चाइल्ड हेल्पलाइन टीम द्वारा लावारिश नवजात शिशु को इलाज हेतु महिला चिकित्सालय SNCU वार्ड में भर्ती कराया गया है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एस .दयाल से बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने वताया की बच्चे के इलाज एवम देखरेख हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया है । बच्चे को गोद लेने की प्रक्रिया CARA भारत सरकार द्वारा जारी एडाप्शन रेग्युलेशन अनुसार केयरिंग पोर्टल पर बेबसाइट www. Cara. com पर इच्छुक दम्पति आवेदन कर सकते है।चाइल्ड हेल्पलाइन प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर आशीष मिश्र ने बताया कि नवजात को पूर्णता स्वस्थ हो जाने पर न्याय पीठ बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करके बाल हित में अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान काउंसलर नीतू त्रिपाठी सुपरवाइजर माखनलाल तिवारी SNCU वार्ड के स्टाफ रंजीत शर्मा आदि लोग मौजूद रहे।



