अटेवा ने मनाया काला दिवस, पुरानी पेंशन बहाली के लिए शिक्षक-कर्मचारियों का प्रदर्शन
1 मई को दिल्ली कूच करेंगे शिक्षक – अमर यादव
शिक्षक संगठनों ने मढ़ा आरोप कि सरकार कर्मचरियों को कर रही है गुमराह
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अटेवा (अखिल भारतीय शिक्षक एवं कर्मचारी महासंघ) के बैनर तले सैकड़ों शिक्षक-कर्मचारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अमर यादव के नेतृत्व में शिक्षकों और कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को दोहराया।
जिलाध्यक्ष अमर यादव ने कहा कि 1 अप्रैल 2005 को सरकार ने हमारी पेंशन बंद कर दी थी, इसलिए इस दिन को हम ‘काला दिवस’ के रूप में मनाते हैं। आज पूरे देश के हर जिला मुख्यालय पर अटेवा द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने ऐलान किया कि अब हमारी अगली लड़ाई दिल्ली में होगी, 1 मई को हम जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग करेंगे। प्रदर्शन में शामिल विशिष्ट बीटीसी संघ के सतीश पांडेय और सफाई कर्मचारी संघ के राघवेंद्र तिवारी ने कहा कि सरकार एनपीएस और यूपीएस जैसी योजनाएं लाकर शिक्षकों-कर्मचारियों को केवल गुमराह कर रही है, जबकि उनकी एकमात्र मांग पुरानी पेंशन बहाली है। संगठन प्रभारी गौरव पांडेय और मृतक आश्रित शिक्षक संघ के उमेश मिश्र ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सालिक राम त्रिपाठी और महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष नीतू जायसवाल ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों का हक है और इसे बहाल करवाने के लिए वे 1 मई को दिल्ली कूच करेंगे और जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में विशिष्ट बीटीसी संघ के जिलाध्यक्ष अनूप सिंह, शिवकुमार, अमीर अहमद, शिवराम शुक्ला, कुमारी सुंदरम, वीरांगनी श्रीवास्तव, जगन्नाथ चौरसिया, शिव पूजन कनौजिया, विनोद यादव, दिलीप कुमार, विशाल वर्मा, शौनक शुक्ला, रामकरन यादव, अजीत कुमार, पुनीत कुमार, प्रबल कुमार, विष्णु कुमार, राम प्रकाश मिश्रा, हिमांशु शुक्ला, अब्दुल खालिक समेत सैकड़ों शिक्षक एवं कर्मचारी शामिल रहे।



