जिला अस्पताल में पैथोलॉजी की लापरवाही, महिला को लखनऊ रेफर करने का मामला गरमाया
सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने उठाया मामला
जांच शुरू, डीएम ने दिए सख्त निर्देश
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
गोण्डा। जिला महिला अस्पताल में पैथोलॉजी रिपोर्ट में प्लेटलेट्स की संख्या कम दिखाकर एक प्रसूता को लखनऊ रेफर किए जाने का मामले ने तूल पकड़ लिया है। सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह की शिकायत पर डीएम ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों की दो सदस्यीय टीम गठित कर दी है।
करनैलगंज तहसील के पुरैना निवासी सचिन सिंह ने अपनी पत्नी योगिता सिंह को 8 दिसंबर को जिला महिला अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया। अस्पताल में की गई ब्लड जांच में प्लेटलेट काउंट मात्र 57,000 दिखाया गया। इस रिपोर्ट के आधार पर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने महिला को लखनऊ रेफर कर दिया।
आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण सचिन ने अपनी पत्नी को लखनऊ न ले जाकर पास के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। वहां पुनः की गई ब्लड जांच में प्लेटलेट काउंट 1,62,000 निकला। मात्र दो घंटे के भीतर दोनों रिपोर्ट्स में 1,05,000 प्लेटलेट्स का अंतर देख लोग हैरान रह गए।
सदर विधायक ने डीएम को लिखा पत्र:
प्रकरण की शिकायत सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह से की गई। विधायक ने डीएम को पत्र लिखकर मामले की गंभीर जांच की मांग की। डीएम ने इसे संज्ञान में लेते हुए सीएमओ से जांच रिपोर्ट तलब की।
सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने सीएमएस को मामले की जांच के निर्देश दिए। इस पर दो डॉक्टरों की टीम गठित कर दी गई है। सीएमएस डॉ. देवेंद्र सिंह ने कहा, “जांच पूरी कर जल्द ही उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
इस घटना से जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया है। खासकर पैथोलॉजी विभाग से जुड़े डॉक्टर और कर्मचारी जांच को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।
सचिन सिंह ने आरोप लगाया कि गलत रिपोर्ट के आधार पर जानबूझकर मरीजों को निजी नर्सिंग होम या लखनऊ रेफर किया जाता है। उन्होंने मांग की है कि ऐसी लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाए।



