*ग्राम चौपाल 3.0 : जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देश पर आरोपित लेखपाल निलंबित*
*ग्राम प्रधान ने लगाए थे जनशिकायतो के निस्तारण में लापरवाही, क्षेत्र में न रहने और शिकायत करने पर लोगों को धमकाने के आरोप*
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोंडा, 28 जून 2025:
जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा के नेतृत्व में जनपद गोंडा में संचालित ग्राम चौपाल 3.0 अभियान एक बार फिर अपने प्रभाव और परिणाम आधारित कार्यप्रणाली के लिए चर्चा में है। इस अभिनव जनसुनवाई पहल के अंतर्गत 24 जून 2025 को ग्राम हरनाटायर में आयोजित चौपाल के दौरान जनशिकायतों के निस्तारण में लापरवाही समेत अन्य गंभीर शिकायत सामने आने पर प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित लेखपाल के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की।

ग्राम प्रधान प्रतिनिधि श्री अरनाथ तिवारी द्वारा चौपाल में प्रस्तुत शिकायत में ग्राम के लेखपाल देवव्रत व्यास पर जनशिकायतों के निस्तारण में लापरवाही, क्षेत्र में न रहने और शिकायत करने पर लोगों को धमकाने के आरोप लगाए थे।

*डीएम के निर्देश पर तत्काल निलंबन*
जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल संज्ञान लिया और उप जिलाधिकारी मनकापुर श्री अवनीश त्रिपाठी को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। प्रशासनिक आदेश के तहत आरोपी लेखपाल देवव्रत व्यास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
साथ ही, प्रकरण की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने हेतु नायब तहसीलदार, मनकापुर को जांच अधिकारी नामित किया गया है। उन्हें विस्तृत आरोप-पत्र तैयार कर अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

*निलंबन अवधि को लेकर निर्देश और शर्तें

जारी निलंबन आदेश के अनुसार, श्री देवव्रत व्यास को वित्तीय हस्तपुस्तिका खंड 2 से 4 के अंतर्गत केवल जीवन निर्वाह भत्ता अनुमन्य होगा, बशर्ते वे यह प्रमाणित करें कि वे किसी अन्य सेवा, व्यापार या व्यवसाय में संलग्न नहीं हैं। निलंबन अवधि में संबंधित कर्मचारी को राजस्व निरीक्षक कार्यालय, तहसील मनकापुर से संबद्ध रखा जाएगा तथा बिना पूर्व अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।

*ग्राम चौपाल 3.0 की सफलता से हुई विश्वास की पुनर्स्थापना*

ग्राम चौपाल 3.0 जिला प्रशासन की वह पहल है, जिसके माध्यम से अधिकारीगण सीधे ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर आमजन की समस्याएं सुनते हैं और स्थल पर ही समाधान सुनिश्चित करते हैं। उक्त प्रकरण में हुई त्वरित कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा की नेतृत्व शैली शून्य सहिष्णुता की नीति पर आधारित है, जहां शिकायत पर तुरंत और प्रभावी कदम उठाया जाता है।

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