मांगो के निस्तारण को लेकर जिलाध्यक्ष की अगुवाई में बीएसए अतुल कुमार तिवारी को सौंपा ज्ञापन
पंतनगर स्थित रामलीला मैदान में हुई प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ की बैठक, समस्या ना सुलझने की दशा में आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर सकते हैं शिक्षामित्र
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
गोंडा। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के बैनर तले रामलीला मैदान पंतनगर में एक बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अवधेश मणि मिश्रा और संचालन वजीरगंज अध्यक्ष राजकुमार ने किया। बैठक के बाद शिक्षामित्रों ने अपनी समस्याओं को लेकर तीन सूत्रीय मांग पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी को सौंपा।
मांग पत्र में बताया गया कि सत्र 2023-24 में एफएलएन प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों और शिक्षामित्रों ने शासन के निर्देशानुसार भोजन और जलपान के लिए धनराशि अपने खातों से वहन की थी। लेकिन लगभग 2200 शिक्षकों और शिक्षामित्रों का भुगतान पटल लिपिक की लापरवाही के कारण उनके खातों में स्थानांतरित नहीं हुआ और सत्र समाप्त होने पर धनराशि शासन को वापस चली गई। संघ ने इस मामले में संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भुगतान कराने की मांग की।
दूसरी मांग के तहत खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से शिक्षामित्रों के कई स्पष्टीकरण जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लंबित हैं, जिससे उनका मानदेय बाधित है। संघ ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए मानदेय बहाल करने की अपील की। तीसरी मांग में कहा गया कि वर्ष 2014 और 2015 में शिक्षामित्रों को शिक्षक पद पर समायोजित किया गया था। इस दौरान एलआईसी बीमा के लिए उनसे 87 रुपये प्रति माह की कटौती की गई थी। समायोजन निरस्त होने के बावजूद यह धनराशि आज तक वापस नहीं की गई। संघ ने इसे शिक्षामित्रों के खातों में वापस कराने की मांग की।
बैठक में शिव मूर्ति पांडे, अभिमन्यु मिश्र, शिव शंकर झंझरी, सुनील कुमार सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, रिंकू सिंह, सरवन कुमार शुक्ला, राजकुमार शुक्ला, फिरोज अहमद, शिवकुमार जायसवाल, राकेश कुमार सिंह, कृष्ण कुमार पांडे, राकेश कुमार शुक्ला, बैजनाथ तिवारी, अनिल सिंह, राम प्रताप मिश्रा, सुशीला यादव, निर्मल श्रीवास्तव, राजू कुमार, राम बदल शुक्ला, विजय कुमार दुबे, मोहम्मद फारूक, हनुमान प्रसाद शुक्ला, दिनेश कुमार मिश्रा, अर्चना गुप्ता, सूरज लाल, ओमप्रकाश, रामेश्वर प्रसाद, शिव शंकर यादव और अरविंद यादव सहित अन्य शिक्षामित्र मौजूद रहे।
शिक्षामित्रों ने प्रशासन से इन समस्याओं पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।



