पत्रकारिता एवं जनसंचार की गतिशीलता” विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन
लखनऊ: इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ , के जनसंचार विभाग द्वारा जनसंचार की गतिशीलता विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रसार भारती, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के पूर्व संपादकीय प्रमुख, श्री राहुल महाजन थे, साथ ही अन्य वक्ता सुश्री कामना हाजेला, वरिष्ठ संपादक एएनआई और श्री लांस मन्नेज़, सह संपादक, हिंदुस्तान टाइम्स थे।
कार्यक्रम का आरंभ प्रो सय्यद अक़ील अहमद, डायरेक्टर, एचआरडीसी के स्वागत भाषण से हुआ। श्री राहुल महाजन ने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि पत्रकारिता एक जिम्मेदारी का काम है और पत्रकारिता के विभिन्न पहलू को बताया। उन्होंने समाचार को एकत्र करने, एंकरिंग के लिए खुद को तैयार करने के बारे में भी बात की और बेहतर रिपोर्टिंग से एंकरिंग की ओर जाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है और पत्रकारिता में धैर्य अनिवार्य है।
सुश्री कमला हेज़ेला ने 27 वर्षों तक एक पत्रकार के रूप में अपने अनुभव और एएनआई में एक वरिष्ठ संपादक के रूप में अपनी भूमिका साझा करके सभा को संबोधित किया। उन्होंने पत्रकारिता के महत्व के बारे में बात की और इस बात की भी सराहना की कि कैसे महिलाएं सक्रिय रूप से मीडिया में करियर बनाने के लिए आगे आ रही हैं। उन्होंने ईरान जैसे देश के अन्य हिस्सों को पत्रकारिता करने के दौरान अपने अनुभव और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया।
हिंदुस्तान टाइम्स के सहयोगी संपादक, श्री लांस मैनेज़ ने जनसंचार की शक्ति और प्रभाव के बारे में बात की और इसकी पहुंच कितनी विशाल है और यह विचारों को आकार देने, समाजिक बदलाव में इसकी क्या भूमिका है उसके बारे में बताया। उन्होंने जनसंचार की शक्ति पर ध्यान केंद्रित किया और दिल्ली में निर्भया मामला, 2012, पिछले लोकसभा चुनाव और कई अन्य उदाहरण देते हुए पत्रकारिता का योगदान विस्तार से बताया।
उसके बाद प्रश्नोत्तर सत्र हुआ, जिसमे छात्रों ने विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे जैसे कि न्यूज़ एजेन्सिया हर संभव समाचार को कैसे कवर करता है, समाचार योग्यता के लिए सुझाव, नैतिक दायरे को कैसे संभालना है और इच्छुक पत्रकारों के लिए क्या सुझाव है। कार्यक्रम की अध्यक्षता मो. ज़ुबैर, कोऑर्डिनेटर, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने की। संगोष्ठी डॉ. अराफात हसन रिज़वी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त हुई। सेमिनार का संचालन डॉ. शाफ़े अनवारुल हक ने किया। कार्यक्रम में सभी छात्र एवं शिक्षकगण जैसे श्री मो. रेहान इरफ़ान, सुश्री नफ़ीसा रज़ी, डॉ. ज़ीशान वारसी, डॉ. शावेज़, डॉ. अनस, डॉ. अंशल, डॉ. राज इत्यादि उपस्थित थे।



