प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितता पर मंडलायुक्त नाराज दिए जांच के निर्देश
पात्र लाभार्थी को जल्द मिलेगा आवास
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) योजना में बहराइच जनपद के शिवपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत नेवादा पूरे कस्बाती में बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। इस पर मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल, शशि भूषण लाल सुशील ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
ग्राम निवासी शिव नरायन ने शिकायत की थी कि उनकी पात्रता होते हुए भी उन्हें आवास योजना का लाभ नहीं मिला, जबकि अन्य लाभार्थियों को यह सुविधा मिल चुकी है। शिव नरायन ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और ग्राम प्रधान द्वारा मांगी गई धनराशि न दे पाने के कारण उनका नाम सूची में होते हुए भी उन्हें आवास नहीं मिल पाया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी बहराइच को जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही, पात्र लाभार्थी शिव नरायन को योजना के तहत जल्द से जल्द आवास प्रदान करने का आश्वासन दिया है। मंडलायुक्त ने दोषी अधिकारियों और ग्राम प्रधान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
आयुक्त ने इस पूरे प्रकरण की शीघ्र जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके और भ्रष्टाचार पर सख्त कदम उठाए जा सकें।
मंडलायुक्त ने खण्ड विकास अधिकारी शिवपुर को दिया कारण बताओ नोटिस
देवीपाटन मंडल के आयुक्त, शशि भूषण लाल सुशील ने खण्ड विकास अधिकारी, शिवपुर, जनपद बहराइच को प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित अनियमितताओं के आरोपों पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्यवाही ग्राम पंचायत नेवादा पूरे कस्बाती के निवासी शिव नरायन द्वारा की गई शिकायत के आधार पर की गई।
शिव नरायन ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र होते हुए भी उन्हें आवास का लाभ नहीं दिया गया। इस शिकायत पर खण्ड विकास अधिकारी ने जिला ग्राम्य विकास अभिकरण को एक रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें कहा गया था कि शिव नरायन के पास टीनशेड वाला मकान है और उनके परिवार में तीन पुत्र हैं, जिनमें से एक विवाहित है, इसलिए उन्हें योजना का लाभ नहीं दिया जा सकता।
मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने इस रिपोर्ट में पाई गई विसंगतियों को संज्ञान में लेते हुए खण्ड विकास अधिकारी से तीन प्रमुख बिंदुओं पर स्पष्टीकरण तलब किया है। मंडलायुक्त ने सवाल उठाया है कि बीडीओ को जांच रिपोर्ट ही शिकायतकर्ता के आवास योजना के लिए पात्र होने की गवाही देता है।
इन्हीं सवालों में घिर गए बीडीओ
सवाल नंबर एक : यदि शिकायतकर्ता अपने बच्चों और पत्नी के साथ टीनशेड में निवास करता है, तो उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का पात्र क्यों नहीं माना गया?
सवाल नंबर दो : प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना की सूची में शिकायतकर्ता का नाम 277वें स्थान पर होते हुए भी उसे लाभ क्यों नहीं दिया गया, जबकि उसके ऊपर और नीचे के व्यक्तियों को योजना का लाभ मिल चुका है?
जांच में शिव नरायन को आवास योजना का लाभ देने में बीडीओ ने असमर्थता जता दी थी।



