युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं स्वामी विवेकानंद : सुधांशु मिश्र
स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिवस पर विशेष
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके विचार आज भी करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। उनके द्वारा दिया गया संदेश— “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए”— हर युवा के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा है। विवेकानंद ने युवाओं को देश की सबसे बड़ी शक्ति मानते हुए उनके मन में सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास भरने का कार्य किया।
उन्होंने कहा था, “एक विचार उठाओ। उस एक विचार को अपना जीवन बनाओ; उसका सपना देखो; उसके बारे में सोचो; उस विचार पर जियो। अपने मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों और शरीर के हर हिस्से को उस विचार से भर दो, और बाकी सब विचारों को छोड़ दो। यही सफलता का मार्ग है।” उनके ये विचार न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला प्रमुख सुधांशु मिश्र ने कहा, “आज के युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलकर अपनी क्षमताओं का विकास करना चाहिए। यदि युवा विवेकानंद के दिखाए मार्ग पर चलें, तो न केवल उनका भविष्य उज्ज्वल होगा बल्कि देश भी एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगा।”
स्वामी विवेकानंद का संदेश हर युवा के लिए मार्गदर्शक बन सकता है, बशर्ते वे अपने अंदर दृढ़ निश्चय और अनुशासन को अपनाएं।



