कुंदुरुखी चीनी मिल के मंदिर परिसर में यज्ञ के दूसरे दिन खूब जुटे श्रद्धालू
*सुप्त अथवा श्रापित भूमि में किये गए निर्माण कभी सुखदायी नहीं होते.*
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News ::
वास्तु ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन सोमवार के उदबोधन में भूमि के प्रकार और उनके वास्तु रहस्यों पर विस्तार से जानकारी दी गई। कुंदरखी स्थित बजाज हिन्दुस्थान शुगर लिमिटेड के मंदिर प्रांगण में चल रहे छ: दिवसीय सत्संग कार्यक्रम में उत्तराखंड से आये आचार्य सुशील बलूनी जी ने भूमि के प्रकार, अवस्था व् उर्जा का विस्तार पूर्वक चर्चा की.
आचार्य बलूनी ने बताया कि, दिशाओं एवं कोणों के हिसाब से किया गया अच्छे से अच्छा वास्तु निर्माण यदि पद विन्यास के अनुसार ठीक नहीं है अथवा भूमि की दूषित अवस्थाओं जैसे की सुप्त अवस्था अथवा अर्ध जाग्रत अवस्था में किया गया हो अथवा दूषित कार्य में प्रयोग होने के कारण या श्रापित भूमि में किया गया हो तो ऐसा निर्माण कभी भी सौभाग्यादायी नहीं होता.
आचार्य बलूनी जी के अनुसार ब्रह्मस्थान समेत दिशा व् कोणों का महत्व तो है ही, उसके अतिरिक्त भूमि का परीक्षण भी नितांत आवश्यक है. शुद्ध भूमि ही समृद्धि का कारक हो सकती है.
आचार्य जी ने अपने उदबोधन में बताया की जैसे पांच-सात लोगों के परिवार के लिए एक भवन व उसका वास्तु महत्वपूर्ण होता है, वैसे ही प्रत्येक व्यक्ति की आत्मा का निवास उसके शरीर रूपी घर में होता है. घर व शरीर दोनों का रक्षण, देखभाल व सही वास्तु नियम से अनुपालन अनिवार्य है.
शरीर का शारीरिक-आध्यात्मिक व मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है. घर का वास्तु कितना भी ठीक कर लें यदि शरीर-वास्तु ठीक नहीं है तो वस्तु भोग ठीक प्रकार से नहीं हो सकेगा.
आज द्वितीय दिवस में आचार्य जी ने खाने, पीने, सोने, नहाने तथा जीवंत तरीके से जीने व साँस लेने के तरीकों को विशेष तौर पर समझाया. भारी संख्या में श्रोतागणों के बीच आज लगभग 20 गणमान्यों कृषकों अखिलेश सिंह, ग्राम छितौनी, राजन सिंह, ग्राम बनधुसरा, अजय कुमार सिंह, ग्राम कोहबा, भारत सिंह ग्राम कोहबा, राज बक्स सिंह ग्राम छितौनी, मनोज सिंह ग्राम बिशुनपुर, तहसीलदार सिंह ग्राम बिशुनपुर, इश्वर प्रताप सिंह ग्राम कोहबा, अन्नू सिंह ग्राम सिरीमा, अजय प्रताप सिंह ग्राम रामपुर, ठाकुर प्रसाद सिंह, कमल बहादुर सिंह, रवि शंकर सिंह इत्यादि ने भी कथा श्रवण की.
कथा में मुख्य अतिथि के तौर पर आज जिला गन्ना अधिकारी, गोंडा, श्री सुनील कुमार शुक्ला, वरिष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक, गोंडा ने भाग लिया, जिनका व्यासपीठ से स्वागत किया गया.



