नेशनल ग्रामीण बैंक को सशक्त बनाने की मांग को लेकर 50वें वर्ष की यात्रा का शुभारंभ
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
गांधी जयंती के अवसर पर ग्रामीण बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारियों और अधिकारियों ने महत्वपूर्ण मांगों के साथ देशभर में 4 घंटे का उपवास कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक (NRBI) की स्थापना और ग्रामीण भारत के 100 करोड़ निवासियों के उज्ज्वल आर्थिक भविष्य का निर्माण है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ RRB ऑफिसर्स, इम्प्लॉइज और स्टाफ की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में गांधी प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि अर्पित की गई और संगठन के सदस्यों ने उपवास किया। इस उपवास के माध्यम से उन्होंने सरकार से NRBI की स्थापना और विभिन्न लंबित मुद्दों पर ध्यान देने की अपील की।
प्रमुख मांगों में रिक्त पदों पर भर्ती, अस्थाई कर्मचारियों का नियमितीकरण, मृतक आश्रित योजना को 2009 से प्रभावी करने और ग्रामीण बैंकों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित करने जैसे मुद्दे शामिल थे। संगठन ने यह भी घोषणा की कि यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर 2025 तक जारी रहेगा, जिसमें ग्राहकों के हित और स्टाफ के विभिन्न मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष सगुण शुक्ला ने कहा कि यह यात्रा ग्रामीण भारत के आर्थिक विकास और बैंकिंग सेवाओं के विस्तार के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
गांधी प्रतिमा पर सभी लोग एकत्रित हुए। प्रतिमा के पास विपी ग्रामीण बैंक, क्षेत्र गोंडा के कर्मचारी और अधिकारी कार्यक्रम में शामिल हुए। गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और सभी ने वहां बैठकर अनशन आरंभ किया। चार घंटे के इस अनशन में ओ.पी. तिवारी, सर्वेश तिवारी, के.के. पांडे, सुधीर शुक्ला, सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अश्वनी कुमार, अखिलेश कुमार श्रीवास्तव,शकील ,बाबू,जितेंद्र उदित झा आदि ने सभा को संबोधित किया ।



