गोंडा में अवैध शराब के खिलाफ अभियान तेज, आबकारी विभाग की सक्रियता से शराब माफियाओं में दहशत
अवैध शराब बिक्री, ओवर रेटिंग और कच्ची शराब निर्माण के अलावा नकली शराब के खिलाफ गोंडा जिले में चला प्रभावी अभियान
बीते महीनों में बढ़ती दिखी आबकारी महकमे की ताकत
जिला आबकारी अधिकारी प्रगल्भ लवानिया की रणनीति के चलते शराब के काले कारोबारियों में मची हुई है खलबली
जिले के सभी सभी क्षेत्रो में बढ़ाई गई निगरानी
माझा क्षेत्र में आबकारी टीमों ने चलाया अभियान
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
गोंडा जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और ओवर रेटिंग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन और आबकारी विभाग द्वारा चलाए गए सख्त अभियान ने जिले में शराब माफियाओं की नींद हराम कर दी है। बीते कुछ महीनों में इस अभियान में आई तेजी से आबकारी विभाग की ताकत और सक्रियता को देखा जा सकता है। जिला आबकारी अधिकारी प्रगल्भ लवानिया की चतुर रणनीति और कुशल नेतृत्व में इस कार्रवाई को तेज और कारगर बनाया गया है।
जिलेभर में सख्त निगरानी, माझा क्षेत्र में विशेष छापेमारी को आबकारी महकमे ने दिया अंजाम
अभियान की शुरुआत से ही जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी को बढ़ा दिया गया। माझा क्षेत्र, जो अवैध शराब निर्माण के लिए कुख्यात है, वहां विशेष ध्यान दिया गया। नावों पर बैठकर आबकारी टीमों ने छापेमारी की और बड़ी मात्रा में कच्ची शराब नष्ट की गई। इस तरह की कार्रवाई से शराब माफियाओं के नेटवर्क में खलबली मच गई है।
कास्मेटिक, मेडिकल स्टोर और पेट्रोल पंप भी आबकारी विभाग के निगरानी के दायरे में
आबकारी विभाग ने केवल शराब बिक्री की दुकानों तक सीमित न रहते हुए कास्मेटिक की दुकानें, मेडिकल स्टोर, पेट्रोल पंप, और अल्कोहल आसवन इकाइयों पर भी कड़ी निगरानी रखी। इन जगहों पर किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की गई।
जिला आबकारी अधिकारी प्रगल्भ लवानिया के अनुसार, “हमने गोंडा जिले में अवैध शराब के हर एक संभावित स्रोत पर ध्यान केंद्रित किया है। हमारे दल की सक्रियता और प्रतिबद्धता के कारण हम इस समस्या पर नियंत्रण पाने में सफल हो रहे हैं।”
पुलिस की मदद से अभियान को मिली मजबूती
अभियान के दौरान जरूरत के अनुसार पुलिस बल की भी मदद ली गई, जिससे अभियान को अधिक मजबूती और सुरक्षा मिली। पुलिस के सहयोग से अभियान को और अधिक प्रभावी तरीके से अंजाम दिया गया और छापेमारी के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सका।
ओवर रेटिंग पर भी की गई है कड़ी कार्रवाई
अवैध शराब की बिक्री पर तो कार्रवाई की ही गई, लेकिन ओवर रेटिंग की शिकायतें मिलने पर भी आबकारी विभाग ने सख्त कदम उठाए। ऐसी दुकानों पर छापेमारी कर उचित दर से शराब की बिक्री सुनिश्चित की गई, जिससे आम जनता को राहत मिली।
जनसहयोग से मिल रही सफलता :जिला आबकारी अधिकारी
इस अभियान में प्रशासन ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है। जिला आबकारी अधिकारी श्री लवानिया ने कहा, “हम गोंडा जिले को अवैध शराब मुक्त बनाने के लिए कटिबद्ध हैं और इसमें जनसहयोग का विशेष महत्व है। जनता से मिली सूचना के आधार पर हम और अधिक प्रभावी कार्रवाई कर रहे हैं।”
आने वाले समय में और सख्त कदम उठाने के जिला आबकारी अधिकारी ने दिए संकेत
जिले में आबकारी विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की सफलता से संकेत मिलता है कि आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के खिलाफ उनकी यह लड़ाई केवल शुरुआत है और आने वाले दिनों में इसे और व्यापक बनाया जाएगा।
गोंडा जिले में इस अभियान से शराब माफियाओं के हौसले पस्त हो गए हैं और कच्ची शराब के खिलाफ खड़ी आम जनता ने प्रशासन की इस सक्रियता की सराहना की है। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही गोंडा जिले में अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से रोकथाम हो सकेगी।



