विद्यालय समय में बदलाव की मांग को लेकर शिक्षकों ने सौंपा ज्ञापन, कहा—बच्चों की सेहत खतरे में, उमस भरी गर्मी से कई बच्चे हो रहे बेहोश
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा। जनपद में भीषण गर्मी के कारण बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कई विद्यालयों से बच्चों के बेहोश होने की सूचनाएं आ रही हैं। ऐसी परिस्थिति में बच्चों को गर्मी से राहत दिलाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी महोदया को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि जब तक गर्मी का प्रकोप बना हुआ है, तब तक विद्यालयों का समय परिवर्तित कर प्रातः 7:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक कर दिया जाए। शिक्षकों ने कहा कि वर्तमान समय में विद्यालयों का संचालन सामान्य समय पर होने से बच्चों को अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की भी नियमित आपूर्ति नहीं हो रही, जिससे विद्यालय परिसर और कक्षाओं में अत्यधिक गर्मी और उमस हो जाती है। इससे बच्चों के बीमार पड़ने की आशंका लगातार बनी हुई है।
कार्यकारी अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का स्वास्थ्य भी प्राथमिकता में होना चाहिए। वर्तमान मौसम में विद्यालय समय परिवर्तन एक आवश्यक और व्यावहारिक कदम होगा। उन्होंने कहा कि यह केवल शिक्षकों की नहीं, अभिभावकों और विद्यार्थियों की भी सामूहिक मांग है।
ज्ञापन देने के दौरान महासंघ के जिला संयुक्त महामंत्री आनन्द प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश, ब्लॉक कटरा अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव, ब्लॉक बेलसर अध्यक्ष सत्य व्रत वर्मा, इटियाथोक अध्यक्ष रामराज, मंत्री अभय प्रताप सिंह, पंडरी कृपाल के मंत्री राकेश कुमार शुक्ला, बेलसर के मंत्री मनोज कुमार शुक्ला, मीडिया प्रभारी संजय श्रीवास्तव, परसपुर के मीडिया प्रभारी शारदा शर्मा, साथ ही मनोज कुमार, सत्येन्द्र कुमार एवं अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।
शिक्षकों ने उम्मीद जताई कि जिला प्रशासन इस संवेदनशील विषय पर त्वरित निर्णय लेकर विद्यालय समय में परिवर्तन का आदेश जारी करेगा, जिससे विद्यार्थियों को राहत मिले और शिक्षा व्यवस्था भी सुचारु रूप से संचालित रह सके।



