कजरी तीज पर चार दिन रहेगा रूट डायवर्जन, भारी वाहनों की जिले में एंट्री बंद
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा।
कजरी तीज मेले को लेकर जिले में चार दिन तक रूट डायवर्जन लागू रहेगा। 27 अगस्त तक शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रशासन ने सुरक्षा, श्रद्धालुओं की सुविधा और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
भारी व मालवाहक वाहन इस रूट से होंगे डायवर्ट
रूट डायवर्जन के तहत ट्रक, बस, ट्रैक्टर-ट्रॉली, डंपर, डीसीएम, पिकअप और सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों को शहर से बाहर ही रोक दिया जाएगा। ऐसे वाहन गोंडा-लखनऊ हाईवे, बस्ती-गोंडा मार्ग, गोंडा-बलरामपुर, गोंडा-बहराइच और अन्य संपर्क मार्गों से डायवर्ट होकर गुजरेंगे।
हल्के वाहन इस रूट से होंगे संचालित
कार, ऑटो, ई-रिक्शा, बाइक और छोटे वाहनों के लिए अलग से रूट डायवर्जन तैयार किया गया है। यात्री वाहनों को रेलवे स्टेशन रोड, झंवरिया, महाराजगंज, झंझरी होते हुए शहर में प्रवेश और निकास की अनुमति दी जाएगी। साथ ही मेला स्थल पर भीड़भाड़ को देखते हुए कुछ मार्गों को वन-वे घोषित किया गया है।
पुलिस-प्रशासन की कड़ी निगरानी
प्रशासन ने मेले के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन रोड और नगर के प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है ताकि किसी भी तरह की अफरातफरी न हो।
श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
- मेला स्थल के आसपास अस्थायी पार्किंग बनाई गई है।
- मेडिकल टीम और एंबुलेंस 24 घंटे तैनात रहेंगी।
- बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष गश्ती दल तैयार किया गया है।
- पंडाल और आयोजन स्थल पर अग्निशमन दल की भी व्यवस्था की गई है।
दो जोन में बंटा मेला क्षेत्र
मेले के बेहतर प्रबंधन के लिए मेला क्षेत्र को दो जोनों में बांटा गया है। हर जोन में जोनल मजिस्ट्रेट और प्रभारी अधिकारी तैनात किए गए हैं। सीओ सदर और नगर मजिस्ट्रेट समन्वय की जिम्मेदारी संभालेंगे।
जिला प्रशासन का संदेश
जिला प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु और आम नागरिक प्रशासन द्वारा निर्धारित मार्गों का ही प्रयोग करें। भीड़भाड़ से बचने और किसी भी प्रकार की असुविधा से दूर रहने के लिए पुलिस व ट्रैफिक कर्मियों के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।
👉 चार दिन तक शहर में भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रहेगी। हल्के वाहन केवल निर्धारित मार्गों से ही प्रवेश और निकास कर सकेंगे। कजरी तीज के इस बड़े आयोजन में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।



