जिला पंचायत सभागार में एक समारोहपूर्वक कार्यक्रम से हुआ पोषण माह का समापन
बेहतर कार्य करने वाले सीडीपीओ, मुख्यसेविका और आँगन बाड़ी वर्कर को सम्मानित किया गया
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा।
“सुपोषित भारत, सशक्त भारत” के संकल्प को साकार करने के लिए मनाए जा रहे राष्ट्रीय पोषण माह का गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में समारोहपूर्वक समापन हुआ। कार्यक्रम में अधिकारियों, मुख्यसेविकाओं, आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों और बालिकाओं की सक्रिय भागीदारी ने आयोजन को प्रेरणादायी बना दिया।
समापन समारोह की अध्यक्षता जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार ने की, जबकि विशिष्ट अतिथियों में जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अरुण सिंह, डीसी मनरेगा जनार्दन यादव, सीडीपीओ अभिषेक दुबे, दुर्गेश गुप्ता, रमा सिंह, नंदिनी सिंह, नीतू रावत और वंदना उपस्थित रहीं। इस दौरान बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के ज्ञानशरण, प्रबोध शेखर, जिला कोऑर्डिनेटर राजकुमार, सरोज तिवारी, इमरान अली, परेश आनंद तथा महिला कल्याण विभाग से ज्योत्सना सिंह भी मौजूद रहीं।
बच्चियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बाँधा समां
कार्यक्रम का सबसे आकर्षक पल वह रहा जब मुजेहना ब्लॉक की आँगनबाड़ी केंद्र की नन्ही बच्चियों ने “नवदुर्गा” के रूप में सजीव प्रस्तुति दी। इस लघु नाटिका ने नारी शक्ति और मातृत्व के महत्व को भावनात्मक ढंग से अभिव्यक्त किया, जिससे सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। वहीं, रुपईडीह ब्लॉक की आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने पोषण गीत गाकर स्वास्थ्य और संतुलित आहार के संदेश को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।
अन्नप्राशन और गोद भराई की रस्मों से सजी पोषण यात्रा
समारोह के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार और जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने छोटे बच्चों को अन्नप्राशन संस्कार कराया, जबकि जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अरुण सिंह और डीसी मनरेगा जनार्दन यादव ने गोद भराई की रस्म पूरी कर मातृत्व और पोषण के महत्व को रेखांकित किया।
💬 कुपोषण रोकना सभी की जिम्मेदारी – जिला कार्यक्रम अधिकारी
जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि “17 सितंबर से प्रारंभ होकर 16 अक्टूबर तक चले पोषण माह में जनपद के प्रत्येक ब्लॉक में रैली, जनजागरण और पोषण पखवाड़े जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से जन-जन तक संदेश पहुंचाया गया है।”
उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि वे बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए संतुलित आहार दें और बाल विकास विभाग की योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं।
कार्यक्रम का संचालन उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। अंत में सभी प्रतिभागियों को पोषण जागरूकता की शपथ दिलाई गई और बेहतर प्रदर्शन करने वाली कार्यकत्रियों को सम्मानित किया गया।



