कांग्रेस नेताओं का आरोप: विधानसभा घेराव के दिन हाउस अरेस्ट कर दबाई गई आवाज
पुलिस ने किया अरेस्ट से इंकार
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
उत्तर प्रदेश सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि विधानसभा घेराव के दिन उन्हें घरों में नजरबंद कर दिया गया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा और पार्टी प्रवक्ता शिव कुमार दुबे ने दावा किया कि जन समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर आयोजित घेराव में शामिल होने से रोकने के लिए उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया।
सरकार की नीतियों पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों, मजदूरों, बेरोजगार युवाओं और आम जनता की समस्याओं को अनदेखा कर रही है। जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने कहा, “आज सरकार की नीतियों से हर वर्ग त्रस्त है। किसानों की आवाज दबाई जा रही है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा, और सरकार धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की साजिश कर रही है।”
तानाशाही का आरोप, लड़ाई जारी रखने का ऐलान
पार्टी प्रवक्ता शिव कुमार दुबे ने कहा, “आज सरकार जो भी आवाज उठती है, उसे दबाने का कुत्सित प्रयास करती है। पुलिस का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। लेकिन हम कांग्रेसजन न तो डरेंगे, न झुकेंगे। जनता के हक की लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे।”
कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अंग्रेजी हुकूमत से भी ज्यादा तानाशाही दिखा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया गया, उसी तरह सरकार की तानाशाही को भी खत्म किया जाएगा।
जनहित की लड़ाई जारी रखने का संकल्प
कांग्रेस ने साफ किया कि जनहित के मुद्दों पर वह सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी। चाहे कितनी ही मुश्किलें क्यों न आएं, कांग्रेसजन जनता के हक के लिए हर स्तर पर संघर्ष करने को तैयार हैं।
पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट से इंकार
कॉग्रेस नेताओं के आरोप को पुलिस ने सिरे से खारिज कर दिया है, एसपी विनीत जायसवाल ने कहा अरेस्ट जैसी कोई भी बात नहीं है।



