बिना अपरिहार्य कारण के सड़क पर न निकलें, घर बैठकर करें जरूरी काम
गोण्डा। श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वंदना सारस्वत ने लोगों से अपने घरों में रहकर विश्व व्यापी महामारी से निपटने में मदद करने की अपील की है। सर्व साधारण के नाम जारी एक संदेश में उन्होंने कहा है कि पूरा देश कोरोना वायरस को पराजित करने के लिए निरंतर संघर्षरत हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन घोषित है। महामारी के कारण महाविद्यालय में डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या की चल रही वार्षिक परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। ऐसे में इस लाइलाज महामारी के उन्मूलन हेतु देश के सभी नागरिक बिना अपरिहार्य कार्य के सड़क पर न निकलें और सामाजिक दूरी के निर्देश का अक्षरशः पालन करें। थोड़े-थोड़े अंतराल पर अपना हाथ साबुन से न्यूनतम 20 सेकंड तक धोएं अथवा सैनिटाइज करते रहें। स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के दिशानिर्देशों एवं आयुष मंत्रालय द्वारा प्रतिरक्षा तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए दिए गए सुझावों का पालन करें। जिम्मेदार नागरिक की भांति अपने दायित्वों का सम्यक पालन करें
प्राचार्य ने इसके साथ ही कॉलेज के सभी शिक्षकों से भी अपील है कि वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए घर पर रहते हुए अपनी अकादमिक सक्रियताओं में संलग्न रहें व विद्यार्थियों का हितचिंतन करते हुए यथावश्यक ऑनलाइन मार्गदर्शन करते रहें। कर्मचारी बंधु भी अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए ‘वर्क फ्रॉम होम’ के तहत महाविद्यालय कार्य को संपन्न करते रहें। उन्होंने कहा कि इस संकट के दौर में प्रधानमंत्री जी देश की जनता से लगातार संवाद स्थापित किए हुए हैं। इसी श्रृंखला में उन्होंने कोरोना-तमस को भगाने, सकारात्मक ऊर्जा, आशा-उत्साह उत्पन्न करने और महाशक्ति के जागरण हेतु देश के सभी नागरिकों से पांच अप्रैल, दिन रविवार को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घर के द्वार पर अथवा बालकनी पर आकर दीप जलाने अथवा मोमबत्ती जलाने अथवा टॉर्च अथवा मोबाइल फ्लैश जलाकर कोरोना के समूल नाश की अपील की है। इस संबंध में मेरा भी आप सभी से अनुरोध है कि प्रधानमंत्री की सद्भावना एवं आह्वान के अनुरूप उक्त निर्धारित समय पर आलोक पुंज निर्मित कर संयम, अनुशासन, संकल्प, एकजुटता और धैर्य का परिचय दें। उन्होंने सभी से ‘घर पर रहिए, सुरक्षित रहिए’ का आहवान करते हुए स्वास्थ्य की मंगल कामना की है।



