चोरी की अफवाहों से खौफजदा लोगों ने बैंक में जमा कर दी नकदी, करेंसी चेस्ट पर बोझ बढ़ा
बैंकों में बढ़ी कैश जमा करने वालों की भीड़, अप्रत्याशित रूप से घटी पैसा निकालने वालों की संख्या
मार्केट में कैश फ्लो घटा, ऑनलाइन माध्यम पेमेंट का कारोबार
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News :
जिले में पखवारे भर से फैली चोरी की अफवाहों ने लोगों की नींद हराम कर दी है। हालात यह हैं कि लोगों ने घरों में रखी नकदी को असुरक्षित मानते हुए बैंकों का रुख कर लिया। अचानक बढ़ी नकदी जमाराशि से बैंकों के करेंसी चेस्ट पर लोड बढ़ा हैं और शाखाओं में जमा करने वाले लोगों की कतारें लग रही हैं।
करेंसी चेस्ट में बैंकों से आ रही नकदी के कारण जिले के पंजाब नैशनल बैंक, इंडियन बैंक और स्टेट बैंक के कैश चेस्ट पर बोझ बढ़ा है। हालत ये है कि बैंकों से चेस्ट को भेजी गई नकदी को चेस्ट में रखने से पहले गिनने को तैयार नहीं हो रहे हैं, बैंको को उनके कैश उनके अपने खुद के बक्सों में लाकर डबल लॉक यानी दो दो तालों को लगाकर रखने के लिए निर्देशित किया गया।
यही नहीं बैंकों में बने लाकर भी लोगों ने पंजीकृत करा लिया है, ऐसे में बैंक के लाकर भी खाली नहीं रह गए हैं। नाम ना छापने की शर्त पर बैंक अफसर बताते हैं कि चोरी की अफवाहों से पहले बैंक के लॉकर खाली रह जा रहे थे। कस्बाई बाजारो के बैंक भी जमा का दबाव महसूस कर रहे हैं
बैंक अधिकारियों के मुताबिक, सामान्य दिनों की अपेक्षा इस सप्ताह नकदी जमा करने वालों की संख्या बढ़ गई है। ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग अपनी बचत लेकर बैंक पहुंच रहे हैं। कैश काउंटरों पर भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती करनी पड़ी। वहीं, नकदी निकालने वालों की संख्या अप्रत्याशित रूप से घट गई है।
ग्राहकों का कहना है कि चोरी की अफवाहों के बाद घर में नकदी रखना सुरक्षित नहीं लग रहा। एक ग्राहक ने बताया कि बैंक में पैसा जमा कर देने से मन को शांति मिलती है, जबकि घर में रखने पर हमेशा डर बना रहता है।
करेंसी चेस्ट पर बढ़ा कैश का बोझ
पीएनबी, इंडियन बैंक और स्टेट बैंक के करेंसी चेस्ट में नकदी की आवक इतनी बढ़ गई है कि चेस्ट क्षमता से अधिक हो चुके हैं। स्थिति यह है कि बैंकों से भेजी गई नकदी को चेस्ट में रखने से पहले गिनने से भी कर्मचारी परहेज कर रहे हैं। कई शाखाओं को निर्देश दिया गया है कि नकदी को डबल लॉक वाले बक्सों में रखकर सुरक्षित किया जाए।
लॉकर भी लोगों ने कराए पंजीकृत
लोग केवल नकदी ही नहीं, बल्कि अपनी कीमती वस्तुओं सोने चांदी आदि के जेवर को भी सुरक्षित करना चाहते हैं। चोरी की अफवाहों के चलते बैंकों में लॉकर की मांग अचानक बढ़ गई है। बैंक अधिकारियों का कहना है कि पहले जिन लॉकरों में महीनों से खालीपन था, अब वे भी पंजीकृत होकर भर चुके हैं। कस्बाई बाजारों के बैंक भी इस दबाव को महसूस कर रहे हैं।
अफवाहों पर ध्यान ना देने की प्रशासन कर रहा अपील, अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी जारी
पुलिस प्रशासन का कहना है कि चोरी की घटनाओं में वृद्धि की बात पूरी तरह निराधार है। अफवाह फैलाने वालों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। अधिकारियों ने लोगों से संयम बरतने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
ऑनलाइन लेन देन हुई में हुई बढ़ोतरी
जानकारों का मानना है कि इस स्थिति ने जहां बैंकों की जमाराशि बढ़ा दी है, वहीं बाजार में नकदी का प्रवाह घटा है। व्यापारी वर्ग नकद लेन-देन के बजाय ऑनलाइन भुगतान को ज्यादा प्राथमिकता दे रहा है। अफवाहों ने जिले की बैंकिंग व्यवस्था को अचानक बदल दिया है। करेंसी चेस्ट में कैश अफवाहों से उपजे दहशत के चलते नकदी बढ़ी है। और बैंकों लॉकर लोगों ने पंजीकृत कराएं हैं, वहीं बाजार में कैश फ्लो (नकदी का प्रवाह) घटकर ऑनलाइन माध्यमों का चलन तेजी से बढ़ गया है।



