प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता

*15 मार्च से होगी खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपया प्रति कुंतल तय*

*बाहरी कम्पनी नहीं खरीद सकेगी सस्ते दर पर किसानों का अनाज*

*इन कम्पनियों के एजेंट सस्ते दर पर किसानों के अनाज का कर लेते थे सौदा*

*डीएम नेहा शर्मा ने दी 62 क्रय केंद्र खोलने को दी मंजूरी*

Gonda News ::
जहां एक तरफ धान खरीद सत्र अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। तो डीएम नेहा शर्मा ने गेहूं खरीद को बढ़ावा देने के लिए तैयारियों को तेज कर दिया है। इस बार 15 मार्च से ही गेहूं क्रय केन्द्र खोल दिए जाएगे। जिससे जिले में प्राइवेट और बाहरी एजेंसियों और कम्पनियों को जिले में पाँव पसारने का मौका नहीं मिल सकेगा। अभी सरकारी खरीद शुरू होने में देरी का लाभ बाहरी लोग उठाते थे, इनके एजेंट किसानों को बरगलाकर उनके फसल की खरीद का सौदा कर लेते थे, हालांकि किसानों को प्राइवेट हाथों में अपनी उपज बेचने मे घाटा उठाना पड़ता था।
बताया जा रहा है कि खाद्य विभाग की website पर यदि किसानों का धान बेचने के लिए विभागीय वेबसाइट पर पंजीकरण था तो अब गेहूं बिक्री के लिए केवल उसे update कराना होगा।

सरकारी धान की कुटाई कर रही चावल मिल का जायजा लेती डिप्टी आरएमओ प्रज्ञा मिश्रा

किसानों को गेहूं बेचने के लिए जनवरी महीने से ही पंजीकरण कराने का मौका दिया गया है जिसके तहत जिले में अब तक 859 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए अपना पंजीकरण करा लिया है।
62 क्रय केन्द्र DM Neha Sharma ने स्वीकृत कर दिया है।
सरकार ने इस बार भी बिल्कुल साफ कर दिया है कि PFMS प्रणाली से किसानों को उनके गेहूं का मूल्य भुगतान 48 घंटे के भीतर उनके बैंक खातों में सीधे कर दिया जाएगा ।
सरकार ने चालू वर्ष में गेहूं का भाव में न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP मे 150 रुपये की बढ़ोत्तरी की है।
सरकारी खरीद को बढ़‌ाने के लिए इस बार समय से पहले ही क्रय केंद्र खुल जाएंगे ताकि लोगों में सरकारी खरीद के प्रति भरोसा बढ़ सके। फसल तैयार होने से पहले और फिर तैयार होते होते किसान केंद्रों से सीधे संपर्क कर सकें इसका लाभ मिलेगा। बताया जा रहा है कि बीते वर्षों में एक अप्रैल से खरीद शुरू होती थी। मगर इस बार ये मिथक तोड़ने की भी तैयारी है।
इस साल किसानो से 100 कुंतल तक की खरीद को तहसीलों से किए जाने वाले सत्यापन से मुक्त होगी।

*धान खरीद में सरकारी मशीनरी ने बनाया रिकार्ड*
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सरकारी धान खरीद अपने लक्ष्य के सापेक्ष 93 प्रतिशत हासिल हो चुकी है। धान खरीद का ये रिकार्ड 98067.67 मीट्रिक टन का हो गया है। ये खरीद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में खरीद एजेंसियों ने 125 क्रय केंद्र खोलकर की है। अब तक हुई पूरी खरीद से 13486 किसानों को सीधा लाभ हासिल हुआ है। इन किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की बिक्री की है। खरीदे गए धान का 94 प्रतिशत हिस्सा चावल मिलों को चावल बनाने के लिए भेजा जा चुका है। इस साल धान की खरीद एक लाख पांच हजार मीट्रिक टन की जानी है। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी प्रज्ञा मिश्रा ने बताया कि शासन से निर्धारित लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।

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