जूनियर वर्ग की शिक्षिका प्रतिमा तिवारी और प्राथमिक वर्ग की शिक्षिका कल्पना तिवारी अपने अपने वर्ग में प्रथम आईं मिला सम्मान
डायट दर्जीकुआं में नवाचार मेला और नॉलेज शेयरिंग कार्यक्रम, शिक्षकों व बच्चों के नवाचारी कार्यों ने लुभाया सबका मन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) दर्जीकुआं में सोमवार को नवाचार मेला एवं नॉलेज शेयरिंग कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर जनपद के विभिन्न ब्लॉकों से आए शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा में नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करना और शिक्षण की गुणवत्ता को और बेहतर बनाना रहा।
मेले में प्रदर्शित शैक्षिक सामग्री, रंग-बिरंगे शैक्षिक चार्ट, रचनात्मक मॉडल तथा सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) आधारित गतिविधियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र बनीं। उपस्थित जनसमूह ने बच्चों और शिक्षकों की मेहनत व कल्पनाशीलता की सराहना की।
प्रतियोगिता में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर प्रतिभागियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। प्राथमिक स्तर पर प्रथम स्थान शिक्षिका कल्पना तिवारी प्राथमिक विद्यालय महेशपुर नवाबगंज को मिला। द्वितीय स्थान बिट्टू, प्राथमिक विद्यालय पुरेपलवार बेलसर और तृतीय स्थान महेश मिश्रा, प्राथमिक विद्यालय मसकनवा छपिया ने प्राप्त किया। वहीं उच्च प्राथमिक स्तर पर प्रतिमा तिवारी, उच्च प्राथमिक विद्यालय दुर्गागंज माझा नवाबगंज प्रथम स्थान पर रहीं। कंपोजिट विद्यालय सोनबरसा मनकापुर के शिक्षक बलजीत सिंह कनौजिया ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, जबकि सीमा वर्मा, उच्च प्राथमिक विद्यालय कपूरपुर हलदरमऊ को तृतीय स्थान मिला। सभी शिक्षक बलजीत सिंह कनौजिया, शिक्षिका प्रतिज्ञा मिश्रा समेत सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में डॉ. बीर बहादुर सिंह, ओंकारनाथ गुप्ता, मोहम्मद शरीफ और रेनू राव शामिल रहे। निर्णायकों ने सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों का गहन अवलोकन कर निष्पक्ष निर्णय सुनाया। डायट प्राचार्य राम सागर पति त्रिपाठी ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन शिक्षा की गुणवत्ता को नई दिशा देने में अत्यंत सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में सीखने की रुचि जागृत करने और शिक्षकों को नवाचार की ओर प्रेरित करने के लिए इस प्रकार के प्रयास जरूरी हैं।
कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों और शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर नवाचार अपनाने के संकल्प के साथ हुआ। इस अवसर पर मेले के संयोजक अजय प्रकाश मौर्य और संदीप कुमार के प्रयासों की सराहना की गई। डायट परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम ने साबित किया कि जब शिक्षा में रचनात्मकता और नवाचार का संगम होता है तो उसका प्रभाव समाज और विद्यार्थियों दोनों पर गहरा पड़ता है।



