डीडीएम नाबार्ड ने किया मिनी एक्सीलेंस सेंटर का दौरा, मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम का प्रदर्शन किया गया
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। डीडीएम नाबार्ड ने गोंडा में मिनी एक्सीलेंस सेंटर का दौरा कर उसकी कार्यप्रणाली और उपलब्धियों की जानकारी ली। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम का प्रदर्शन दिखाया, जो किसानों की सिंचाई समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
डीडीएम नाबार्ड को उद्यान विभाग की ओर से संचालित योजनाओं और गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्हें पौधशाला भी दिखाई गई, जहां विभिन्न प्रकार के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। विभाग के प्रयासों से किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले पौधे उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
भविष्य की योजनाओं पर विशेष चर्चा
दौरे के दौरान जिला उद्यान अधिकारी रश्मि शर्मा ने विभाग की भविष्य की योजनाओं के बारे में डीडीएम नाबार्ड को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि किसानों की आय में वृद्धि और कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के लिए विभाग कई नई योजनाओं पर काम कर रहा है। इन योजनाओं में आधुनिक सिंचाई तकनीकों के प्रयोग, उच्च गुणवत्ता वाले बीजों और पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित करना, तथा किसानों को समय-समय पर प्रशिक्षण देना शामिल है।
किसानों तक पौधों की उपलब्धता बढ़ाने की योजना
जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि विभाग का मुख्य लक्ष्य अधिक से अधिक किसानों तक पौधों की उपलब्धता बढ़ाना है, ताकि किसानों को उन्नत खेती के लिए आवश्यक संसाधन आसानी से मिल सकें। इसके लिए पौधशाला का विस्तार किया जा रहा है और नए प्रजातियों के पौधों को तैयार किया जा रहा है।
किसानों के लिए योजनाएं और तैयारियां
रश्मि शर्मा ने बताया कि किसानों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं तैयार की गई हैं। इनमें मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम का प्रावधान, सब्सिडी पर पौधे और बीज उपलब्ध कराना, एवं आधुनिक खेती के लिए प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन प्रमुख है। इन योजनाओं से गोंडा जिले के किसानों को आधुनिक तकनीकों के साथ खेती करने में मदद मिलेगी।
डीडीएम नाबार्ड ने विभाग के कार्यों की सराहना की और सुझाव दिया कि अधिक से अधिक किसानों को इन योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएं। उन्होंने विभाग से किसानों के बीच नई तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।
उद्यान विभाग की पहल से मिलेगा किसानों को लाभ
यह दौरा न केवल विभाग के लिए प्रेरणादायक साबित हुआ, बल्कि इससे क्षेत्र के किसानों के लिए भी नई उम्मीद जगी है। विभाग की योजनाओं और तैयारियों से आने वाले समय में गोंडा जिले में कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की उम्मीद की जा रही है।



