*प्रदीप मिश्रा, वरिष्ठ संवाददाता*✍️
पुरानी पेंशन बहाली आन्दोलन के लिए दिल्ली जाएंगे शिक्षक
– राज्य शिक्षक कर्मचारी और अधिकारी होंगे शामिल
गोण्डा, संवाददाता। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच के सह संयोजक वीर विक्रम सिंह तथा जिलाध्यक्ष अशोक कुमार पांडेय की अध्यक्षता में आगामी 10 अगस्त को नयी दिल्ली के रामलीला मैदान में पुरानी पेंशन आंदोलन के सम्बंध मे तैयारी बैठक की गई। जिसमें ब्लाकवार दिल्ली चलने वाले वाले शिक्षकों एवं कर्मचारियों की समीक्षा करते हुए सह संयोजक वीर विक्रम सिंह ने कहा कि सभी शिक्षक और कर्मचारी एक दिन का आकस्मिक अवकाश लेकर ट्रेन एवं बसों तथा निजी गाड़ियों से इस ऐतिहासिक आन्दोलन में प्रतिभाग करेंगे।
जिलाध्यक्ष अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि गोंडा जनपद से लगभग 1100 शिक्षक एवं कर्मचारी आंदोलन के तीसरे चरण में पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में दिल्ली के रामलीला मैदान में पूरे देश के शिक्षक शिक्षिकाओं और कर्मचारियों के साथ हुंकार भरेंगे। जिला कोषाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि यह महा रैली सरकार तथा पुरानी पेंशन बहाली की दिशा में निर्णायक सिद्ध होगी इसके बाद देश का कर्मचारी और शिक्षक एन पी एस को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं करेगा।
जिला उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि पेंशन बहाली मंच द्वारा सम्मानीय जिलाधिकारी महोदया,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और समस्त विभागाध्यक्षों को अपने संगठन के माध्यम से सूचना प्राप्त करा दी गई है। अध्यक्ष मुजेहना तोता राम पांडेय ने सभी शिक्षक शिक्षिकाओं और कर्मचारियों का आह्वान करते हुए अपने भविष्य की रक्षा और संरक्षा के लिए दिल्ली के राम लीला मैदान की ऐतिहासिक भूमि पर अपनी सुनिश्चित भागीदारी हेतु संकल्पबद्ध होकर एक साथ चलने की अपील की। प्रान्तीय कोषाध्यक्ष सुरेश सिंह ने बताया कि सभी कर्मचारी एवं शिक्षक गोरखधाम एक्स्प्रेस,हमसफर एक्स्प्रेस,वैशाली,तथा अपने निजी वाहनों और बसों से 9 तरीख की शाम को एकत्रित होकर पुरानी पेंशन महा रैली में सम्मिलित होंगे। बैठक में छपिया अध्यक्ष असगर अली, झीनान मनकापुर से जनार्दन पांडेय, देव प्रकाश पांडेय, रूपेश पांडेय नवाबगंज से सुशील कुमार,बेलसर से धर्मेन्द्र प्रताप यशवन्त पांडेय,राम जियावन तथा कटरा से रवि तिवारी वजीरगंज गंज से माधव राम शुक्ला रुपई डीह से देव प्रकाश पांडेय और मुजेहना से राम किंकर सिंह आदि पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।



