इस बार 99 क्रय केन्द्रों पर होगी एक नवम्बर से धान की खरीद
किसानों को नहीं होने पाएगी कोई भी परेशानी : डिप्टी आरएमओ प्रज्ञा मिश्रा
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के अंतर्गत जिले में धान क्रय की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शासन से मिली हरी झंडी के बाद प्रशासन ने किसानों से धान खरीदने के लिए 99 क्रय केन्द्र स्थापित करने की स्वीकृति दे दी है। जिला प्रशासन का दावा है कि किसानों को इस बार किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। समय से क्रय केन्द्र खुलेंगे, बोरे उपलब्ध रहेंगे और परिवहन व्यवस्था भी पहले से दुरुस्त की जा रही है।
छह एजेंसियों को मिली इस बार धान खरीद की जिम्मेदारी
धान खरीद की जिम्मेदारी इस बार जिले में छह एजेंसियों को दी गई है। इनमें खाद्य विभाग, पीसीएफ, पीसीयू, यूपीएसएस, भारतीय खाद्य निगम और उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी समिति शामिल हैं। डीएम के अनुमोदन के बाद खाद्य विभाग के 23, पीसीएफ के 10, पीसीयू के 37, यूपीएसएस के 24, भारतीय खाद्य निगम के 5 तथा मंडी समिति के तीन क्रय केन्द्र बनाए गए हैं। इन केन्द्रों पर किसानों से सीधे धान खरीदा जाएगा।
समय सारणी की गई जारी, तय हुई केन्द्रवार जिम्मेदारी
जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी (डीआरएमओ) प्रज्ञा मिश्रा ने बताया कि शासन की ओर से धान क्रय की समय सारणी पहले ही जारी कर दी गई है। इसके बाद क्रय केन्द्रों का निर्धारण कर डीएम को प्रस्ताव भेजा गया, जिसे स्वीकृति मिल गई है। उन्होंने कहा कि सभी केन्द्रों पर प्रभारी तैनात कर दिए जाएंगे, जो किसानों से धान क्रय की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संचालित करेंगे।
परिवहन व भंडारण की भी तेज हुई तैयारी
धान क्रय के साथ ही परिवहन और भंडारण की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। धान को क्रय केन्द्रों से गोदाम तक ले जाने के लिए ठेकेदारों का चयन किया जा रहा है। इसके अलावा बोरे की आपूर्ति को लेकर भी विभाग की ओर से एजेंसियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं ताकि किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो।
किसानों को मिलेगी सुविधा : प्रज्ञा मिश्रा
डिप्टी आरएमओ प्रज्ञा मिश्रा ने कहा, “मूल्य समर्थन योजना 2025-26 के अंतर्गत जिले में धान की खरीद शुरू की जा रही है। प्रशासन ने 99 क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दे दी है। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। खरीद केन्द्रों पर तैनात अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसान को उचित मूल्य मिले और भुगतान समय पर उसके खाते में पहुंच सके।”
उन्होंने आगे कहा कि किसानों से अपील है कि वे निर्धारित केन्द्रों पर ही अपना धान बेचें और किसी भी समस्या की स्थिति में सीधे क्रय केन्द्र प्रभारी या फिर जिला खाद्य विभाग से संपर्क करें।



