फर्जी फर्म के सहारे करोड़ों की कर चोरी, व्यापारी पर केस दर्ज
खरीद बिक्री दिखाकर विभाग से किया करोडों रूपये के टैक्स रिटर्न का क्लेम
संदिग्ध दिखने पर विभाग ने करायी जांच, मौके पर नहीं मिली फर्म
इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के क्लेम की जांच का बढ़ेगा दायरा
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
फर्जी फर्म बनाकर करोड़ों रुपये का कारोबार दिखाते हुए सरकार को भारी राजस्व का नुकसान पहुंचाने का सनसनीखेज मामला नवाबगंज क्षेत्र में उजागर हुआ है। जीएसटी टीम की जांच में पता चला कि कस्बा शिवदुल्लागंज निवासी व्यापारी रोहित गुप्ता ने फर्जी इनवॉइस के जरिए भारी भरकम राशि का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) क्लेम किया। मामले का भंडाफोड़ होते ही पुलिस ने जीएसटी उपायुक्त रमा शंकर यादव की तहरीर पर आरोपी व्यापारी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जीएसटी उपायुक्त के मुताबिक रोहित कुमार ने बीते साल सितंबर में ‘मेसर्स लव ट्रेडर्स’ नाम से फर्म रजिस्टर्ड कराई थी। लेकिन जीएसटी पोर्टल पर विवरण अपलोड करने के दौरान फर्म संदिग्ध पाई गई। जांच में सामने आया कि फर्जी तरीके से आईटीसी क्लेम कर करोड़ों रुपये की कर चोरी की जा रही थी।
जनवरी में विभागीय जांच के दौरान फर्म के पते पर न तो कोई व्यापारिक गतिविधि मिली और न ही दस्तावेज या स्टॉक। फर्म को अस्तित्वहीन और फर्जी घोषित कर दिया गया।
आरोप है कि इस फर्जी फर्म के माध्यम से सात अन्य फर्मों से बिना माल खरीदे ही इनवॉइस जारी किए गए और 63.19 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जी आईटीसी क्लेम किया गया। इसके अलावा, 62.25 करोड़ रुपये की आउटवर्ड सप्लाई तथा 10.66 करोड़ रुपये से ज्यादा का फर्जी टैक्स क्रेडिट पास ऑन किए जाने की बात भी सामने आई है।
विभाग की सिफारिश पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच तेज कर दी है। अब एसआईबी टीम पूरे प्रकरण की तह तक पहुंचने में जुटी हुई है।



