फर्जी मुकदमों के खिलाफ कांग्रेसजनों का प्रदर्शन, सौंपा राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर गोंडा में कांग्रेसजनों ने लोकतंत्र पर हो रहे हमलों और विपक्ष की आवाज को दबाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राम प्रताप सिंह एवं प्रदेश कांग्रेस के गोंडा जिला प्रभारी अरशद खुर्शीद के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को गोंडा सदर तहसील पहुंचकर महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेसजनों ने मांग की कि 10 जुलाई को वाराणसी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में “पोल खोलो यात्रा” के दौरान उनके व शहर अध्यक्ष समेत 10 लोगों पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया, जिसे तत्काल वापस लिया जाए। कांग्रेसजनों ने कहा कि जब कोई पार्टी जन समस्याओं को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन या यात्रा निकालती है, तो उस पर दमनात्मक कार्रवाई करना तानाशाही रवैये का प्रतीक है।
ज्ञापन में कहा गया है कि डबल इंजन की योगी-मोदी सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर रही है। देश में जब भी कोई विपक्षी दल जनहित के मुद्दों को उठाता है, तो सरकार उसे दबाने के लिए मुकदमे और गिरफ्तारियों का सहारा लेती है। सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं, हल्की बारिश में ही शहर जलभराव से घिर जाता है, भ्रष्टाचार चरम पर है, लेकिन जब कांग्रेसजन इन मुद्दों को उठाते हैं तो भाजपा बौखला जाती है।
कांग्रेसजनों ने राज्यपाल से मांग की है कि लोकतंत्र की रक्षा हेतु लगाए गए फर्जी मुकदमे तत्काल वापस लिए जाएं और जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान कराया जाए।
ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा, मीडिया प्रभारी शिवकुमार दुबे, उपाध्यक्ष शुक्ला प्रसाद शुक्ला, संतोष ओझा, संत बक्का मिश्रा, कट तिवारी, रफीक रेनी, सगीर खान, सुभाष पांडे, अरुण गौतम, ब्लॉक अध्यक्ष हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, सेवादल अध्यक्ष प्रद्युम्न शुक्ला, धर्मराज सिंह, अफजल खान, हरिराम वर्मा, अनवर अली, राकेश राणा, राम सिंह, इरशाद अहमद, अरविंद शुक्ला, दीप कुमार मिश्रा, सलीम कुरैशी, खगेश चतुर्वेदी, शिवेंद्र शर्मा, आमिल अंसारी, वसीम, रामकरण यादव सहित सैकड़ों कांग्रेसजन शामिल रहे।
कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि अगर सरकार ने अपने दमनात्मक रवैये पर विराम नहीं लगाया तो पार्टी सड़क से संसद तक आंदोलन करने को बाध्य होगी।



