“ECCE मेले में झलका बाल विकास और शिक्षा का समन्वय — नवाबगंज में बच्चों की प्रतिभा और रचनात्मकता से सजा आयोजन”
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा, 15 अक्टूबर 2025।
बाल विकास एवं शिक्षा के संगम का एक जीवंत उदाहरण मंगलवार को नवाबगंज नगर पालिका मैरिज हाल में देखने को मिला, जहाँ विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, गोंडा के संयुक्त तत्वावधान में ECCE मेले (Early Childhood Care and Education Fair) का भव्य आयोजन हुआ।
मेले का उद्देश्य था — समुदाय को यह दिखाना कि आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा (ECCE) की गतिविधियाँ किस प्रकार बच्चों के सर्वांगीण विकास की मजबूत नींव रखती हैं।
कार्यक्रम में नवाबगंज परियोजना क्षेत्र के विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों से आए नन्हे-मुन्ने बच्चों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों तथा अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। माहौल बच्चों की मुस्कान, रंगों और गतिविधियों से सराबोर रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार एवं विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह नवाबगंज द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
मेले में “4 कॉर्नर, ECCE TLM, खुशी की चौपाल और पोषण रेसिपी स्टॉल” मुख्य आकर्षण रहे। इन स्टॉल्स पर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने दिखाया कि कैसे बच्चों के साथ खेल-खेल में सीखने की प्रक्रिया को सरल और रोचक बनाया जा सकता है।
“खुशी की चौपाल” में यह भी बताया गया कि प्रत्येक माह के तीसरे मंगलवार को आंगनवाड़ी केंद्रों पर समुदाय के साथ विषय-आधारित परिचर्चाएँ आयोजित की जाती हैं, जिससे अभिभावक भी बच्चों की शिक्षा में भागीदार बनते हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री माधुरी ने बच्चों के साथ प्रथम चक्र की गतिविधियों का जीवंत प्रदर्शन कर सबका मन मोह लिया। उनके प्रदर्शन ने यह साबित किया कि ECCE न केवल पढ़ाई का आरंभ है, बल्कि बच्चों की जिज्ञासा, सृजनशीलता और सामाजिक विकास की कुंजी है।
इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी नवाबगंज, थाना उप निरीक्षक अंतिमा सिंह, MOIC नवाबगंज, सीडीपीओ दुर्गेश गुप्ता, सीडीपीओ रमा सिंह, तथा ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय यूनिट नवाबगंज की बीके. रेखा दीदी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राकेश कुमार सिंह ने किया।
मेले के उद्देश्य पर बोलते हुए कृष्ण मोहन सिंह, मंडल प्रबंधक, विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी ने कहा—
“ECCE गतिविधियाँ बच्चों के जीवन की प्रारंभिक नींव हैं। जब बच्चे खेल और रचनात्मकता के माध्यम से सीखते हैं, तो उनकी सोच और आत्मविश्वास दोनों विकसित होते हैं। ऐसे मेले समाज में जागरूकता और सहभागिता को प्रोत्साहित करते हैं।”
मेले के सफल आयोजन में विक्रमशिला जिला समन्वयक इंद्रभान तिवारी, झारखंड टीम के पिंटू, सुमन, लखनऊ टीम की सोनल, पोषण मिशन के जिला कोआर्डिनेटर राजकुमार था नवाबगंज परियोजना कार्यालय से मिताली सिंह, मीना उपाध्याय, अतुल सिंह एवं धीरेन्द्र प्रताप सिंह का विशेष योगदान रहा।



