गोंडा के कुंदरखी में बजाज ग्रुप का बड़ा कदम: 690 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता वाली डिस्टलरी और 15 मेगावाट विद्युत संयंत्र की स्थापना करेगा बजाज ग्रुप
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News :

गोंडा जिले के कुंदरखी में बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड अपनी विस्तार योजनाओं के तहत एक बड़ी परियोजना लेकर आ रहा है। कंपनी ने 690 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता वाली बी हैवी शीरा, केन सिरप तथा अनाज आधारित डिस्टलरी और इसके साथ ही 15 मेगावाट का सह-उत्पादन विद्युत संयंत्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत 787 करोड़ रुपये है, और इसकी स्थापना के लिए आवश्यक भूमि बजाज ग्रुप के पास पहले से ही उपलब्ध है।

परियोजना के औपचारिक क्रियान्वयन से पहले जनसुनवाई का आयोजन कुंदरखी में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में प्रबुद्ध किसान और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। इस अवसर पर बजाज ग्रुप के चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर, डॉ. ए.वी. सिंह, इकाई प्रमुख पी.एन. सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार का सभी वरिष्ठ अधिकारियों और किसानों ने बुके देकर स्वागत किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश पर्यावरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अयोध्या के अधिकारी संतोष कुमार, बजाज चीनी मिल कुंदरखी इकाई प्रमुख पी.एन. सिंह, और बजाज एनर्जी के इकाई प्रमुख भी मंचासीन रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत में कंसल्टेंट द्वारा डिस्टलरी उद्योग के पूरे तकनीकी पक्ष का विस्तारपूर्वक विवरण दिया गया। इसमें बताया गया कि कैसे डिस्टलरी संयंत्र को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाएगा और पर्यावरणीय सुरक्षा के उपायों का पालन किया जाएगा। इस प्रस्तुति के बाद किसानों से परियोजना के बारे में उनकी राय ली गई। कई किसानों ने अपनी चिंताओं और सवालों को भी सामने रखा, जिनमें पानी की उपलब्धता, पर्यावरणीय प्रभाव, और स्थानीय रोजगार के मुद्दे प्रमुख थे।

डॉ. एवी. सिंह ने किसानों द्वारा उठाए गए सभी सवालों का विस्तार से और संतोषजनक उत्तर दिया। उन्होंने समझाया कि यह परियोजना पर्यावरण अनुकूल होगी और इसमें ऐसे उपाय किए जाएंगे जो जल और वायु प्रदूषण को न्यूनतम स्तर पर रखेंगे। उनकी स्पष्टता और विचारशील उत्तरों की किसानों ने  प्रशंसा की

इस परियोजना को लेकर अधिकांश किसानों ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। किसानों ने कहा कि इस डिस्टलरी और विद्युत संयंत्र की स्थापना से न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी। अतिरिक्त 15 मेगावाट विद्युत संयंत्र से क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को भी पूरा किया जा सकेगा, जिससे स्थानीय उद्योगों और निवासियों को लाभ मिलेगा।

जनसुनवाई के दौरान किसान प्रतिनिधि ने डिस्टलरी प्लांट की स्थापना का समर्थन किया और उपस्थित किसानों ने ध्वनिमत से इसका स्वागत किया। इस अवसर पर किसानों ने इस परियोजना के महत्व को समझते हुए बजाज ग्रुप के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

कार्यक्रम के अंत में जोनल हेड एन.के. शुक्ला ने उपस्थित सभी किसानों और आगंतुकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य न केवल औद्योगिक उत्पादन बढ़ाना है, बल्कि क्षेत्र में विकास और समृद्धि को बढ़ावा देना भी है। उन्होंने विश्वास जताया कि किसानों और स्थानीय निवासियों के सहयोग से यह परियोजना सफलतापूर्वक पूरी होगी और क्षेत्र में विकास की एक नई कहानी लिखेगी।

इस जनसुनवाई में आसपास के कई गांवों से लगभग 300 से अधिक प्रबुद्ध किसान उपस्थित थे, जिन्होंने अपने समर्थन और उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाया।

बजाज ग्रुप की यह परियोजना गोंडा के कुंदरखी में एक नया युग शुरू करने जा रही है। यह न केवल क्षेत्र में औद्योगिक उत्पादन और ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगी, बल्कि रोजगार के अवसर और आर्थिक समृद्धि भी लेकर आएगी। किसानों का समर्थन इस परियोजना के क्रियान्वयन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में कुंदरखी क्षेत्र विकास और समृद्धि के एक नए मुकाम पर पहुंचेगा।

 

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