बाराबंकी पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए धोखाधड़ी कर आम नागरिकों को वाहन को बेचने वाले बड़े गिरोह का भांडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में 3 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करीब 2.5 करोड़ रूपये कीमत के 191 दो पहिया और चार पहिया वाहन भी बरामद किये हैं। जबकि तीन आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
इस मामले का खुलासा करते हुए बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि पुलिस को इससे पहले थाना मोहम्मदपुर खाला में 77 मोटर साइकिलों के साथ गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ और डिजिटल डेटा की मदद से जानकारी मिली कि जैदपुर और कोतवाली के कुछ लोग एक संगठित गिरोह बनाकर स्थानीय निवासियों के साथ बड़े स्तर पर ठगी कर रहे हैं। यह सभी उन लोगों को डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल करते थे जो इनसे पहले नियमों के मुताबिक गाड़ियां फाइनेंस करते थे। ऐसी गाड़ियों यह लोग गांव में लाकर आर्मी कैंटीन की बताकर सस्ते दामों में बेच देते थे। यह लोग बताते थे कि यह गाड़ियां आर्मी कैंटीन से निकली हैं इसलिए दूसरे के नाम पर हैं और सस्ती हैं। एक साल बाद इनका ट्रांसफर हो जाएगा। वहीं दूसरी तरफ जो नियमों के मुताबिक मोटरसाइकिल लेने वाला है वह अपनी मोटरसाइकिल की किस्त देता रहता है। लेकिन जब फाइनेंस कंपनी इन दूसरी गाड़ियों की किस्त लेने उनके पास जाती है तो वह इस गाड़ी के बारे में कुछ न जानने की बात बताते हैं। क्योंकि उसने यह गाड़ी खरीदी ही नहीं होती है। इस तरह जिसके नाम गाड़ी है और जो इस्तेमाल कर रहा है इन दोनों के बीच इतना गैप पैदा कर देती है कि दोनों का सामंजस्य नहीं हो पाता। जिसके चलते बैंक और फाइनेंस कंपनी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। पुलिस टीम ने इसी गैप को मिटाते हुए पूरा ऑपरेशन चलाया और बड़ी संख्या में मोटरसाइकिलें बरामद कीं। साथ ही पुलिस ने गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया है



