कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बेटियों को पढ़ाया जागरूकता का पाठ
महिला कल्याण विभाग ने योजनाओं की जानकारी देकर छात्राओं को किया सशक्त, मिशन शक्ति के तहत आयोजित हुआ कार्यक्रम
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा।
महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान के दूसरे दिन परसपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बेटियों को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इस मौके पर छात्राओं को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के साथ-साथ पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट, मिशन शक्ति, वन स्टॉप सेंटर, शक्ति सदन, सखी निवास और पीएम मातृत्व वंदना योजना जैसे संसाधनों से अवगत कराया गया।
डिस्ट्रिक्ट मिशन कोऑर्डिनेटर शिवेन्द्र श्रीवास्तव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि “महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी देकर ही आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। जागरूकता सबसे बड़ा अस्त्र है और सशक्तिकरण की शुरुआत जानकारी से होती है।”
सेंटर मैनेजर चेतना सिंह ने कहा कि केवल योजनाओं का नाम बता देना ही पर्याप्त नहीं है। असली मकसद यह है कि हर महिला और बच्ची समझ सके कि वह योजनाओं से किस तरह लाभ उठा सकती है और अपने जीवन को बेहतर बना सकती है।
जेंडर स्पेशलिस्ट राजकुमार आर्य ने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के हित में अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन जरूरत है उन्हें सही तरीके से प्रत्येक महिला तक पहुँचाने की। तभी योजनाओं का वास्तविक लाभ समाज तक पहुँच पाएगा।
जेंडर स्पेशलिस्ट ज्योत्सना सिंह ने छात्राओं को शुरुआत से ही अपने अधिकारों को लेकर सजग रहने की नसीहत दी। उन्होंने 1098 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर के महत्व को समझाते हुए कहा कि विषम परिस्थिति या संकट के समय इसका उपयोग कर सहायता प्राप्त की जा सकती है।
इस अवसर पर विद्यालय की वार्डन नीलम सिंह, शिक्षकगण सुषमा पाल, अंजू वर्मा, प्रिया सिंह, ज्योति कुमार, आरती, नीलम शुक्ला, इन्द्र वर्मा सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में छात्राओं ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और योजनाओं को लेकर प्रश्न पूछे।
कार्यक्रम के अंत में यह संकल्प लिया गया कि छात्राएं न केवल खुद इन योजनाओं की जानकारी का उपयोग करेंगी बल्कि गांव-घर में जाकर अन्य महिलाओं और बच्चियों को भी जागरूक करेंगी। इससे समाज में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश और सशक्त रूप से पहुँचेगा।



