स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय गोण्डा में एमबीबीएस सत्र 2024-25 का शानदार शुभारंभ: Induction Ceremony में नवप्रवेशित छात्रों का स्वागत, चिकित्सा सेवा के लिए प्रेरित किया गया

प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोण्डा, 14 अक्टूबर 2024: स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, गोण्डा में बहुप्रतीक्षित एमबीबीएस सत्र 2024-25 की पढ़ाई का शुभारंभ उत्साह और प्रेरणा से भरे माहौल में हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर महाविद्यालय द्वारा Induction Ceremony का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें 95 नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का स्वागत किया गया। यह कार्यक्रम चिकित्सा क्षेत्र में उनके भविष्य के सफर की पहली कड़ी साबित हुई, जहां उन्हें चिकित्सा के शैक्षिक और पेशेवर जीवन के मूल्यों से परिचित कराया गया।

डॉ. धनंजय श्रीकांत कोटास्थने का प्रेरणादायक संबोधन

Induction Ceremony का उद्घाटन महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. धनंजय श्रीकांत कोटास्थने द्वारा किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को शैक्षणिक जीवन में कड़ी मेहनत और समर्पण का महत्व समझाया। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि चिकित्सा न केवल एक पेशा है, बल्कि यह समाज और मानवता की सेवा का उच्चतम मार्ग है। उन्होंने विद्यार्थियों को सत्यनिष्ठा, देशप्रेम और मानवता के मूल्यों को अपने जीवन और पेशे में सर्वोपरि रखने के लिए प्रेरित किया।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर ओपी. मिश्रा ने दिया महत्वपूर्ण मार्गदर्शन

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हेरिटेज इंस्टीट्युट ऑफ मेडिकल साइंसेज, वाराणसी के डीन रिसर्च एवं पीडियाट्रिक्स विभाग के एच.ओ.डी. प्रोफेसर (डॉ.) ओ.पी. मिश्रा उपस्थित थे। उन्होंने अपने अनुभवी विचारों से छात्रों को प्रेरित करते हुए चिकित्सा क्षेत्र की चुनौतियों और उसमें निहित अवसरों पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. मिश्रा ने कहा, “मेडिकल पेशा न केवल बौद्धिक क्षमता की मांग करता है, बल्कि उत्कृष्ट नैतिक मूल्यों और करुणा के साथ इसका पालन करना आवश्यक है।” उनके विचारों ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों को चिकित्सा सेवा के प्रति अपने समर्पण को और दृढ़ करने के लिए प्रेरित किया।

डॉ. वैशाली धनंजय कोटास्थने की अध्यक्षता में समारोह का समापन

समारोह के समापन के समय Induction Ceremony की अध्यक्ष डॉ. वैशाली धनंजय कोटास्थने ने महाविद्यालय के सभी गणमान्य अतिथियों, शिक्षकों, छात्रों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस विशेष अवसर को चिकित्सा महाविद्यालय और नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में रेखांकित किया।

विशेष उपस्थिति और उत्साह से लबरेज रहा कैम्पस

Induction Ceremony में प्रमुख अतिथियों के साथ-साथ, महाविद्यालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार, फॉरेंसिक विशेषज्ञ डॉ. कुलदीप पाण्डेय, अन्य चिकित्सक, सीनियर और जूनियर रेजिडेंट, शिक्षकगण और महाविद्यालय के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे। सभी ने इस विशेष अवसर का हिस्सा बनकर इसे और महत्वपूर्ण बना दिया।

छात्रों के लिए रखी गई प्रेरणादायक आधारशिला

यह Induction Ceremony न केवल छात्रों के लिए उनके शैक्षणिक जीवन की आधारशिला साबित हुई, बल्कि यह उन्हें भविष्य के चार वर्षों के चुनौतीपूर्ण और रोमांचक सफर के लिए भी मानसिक रूप से तैयार करने में सहायक सिद्ध होगी। यह आयोजन स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, गोण्डा के इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में याद रखा जाएगा, जहां नए डॉक्टरों की पहली पीढ़ी ने अपनी यात्रा शुरू की।

 

 

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