गोण्डा/आज श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज के संस्कृत विभाग और आई.क्यू. ए.सी.के संयुक्त तत्वावधान‌ में दो दिवसीय छन्द कार्यशाला का विधिवत शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण, दीप प्रज्वलन तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ।
छन्द कार्यशाला का विषय प्रवर्तन करते हुए हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो.शैलेन्द्र नाथ मिश्र ने कहा कि छन्द की गणना षड वेदाङ्गों के अन्तर्गत की जाती है। छन्द ज्ञान के बिना संस्कृत ही नहीं किसी भाषा में भी गति हो पाना सम्भव नहीं है‌। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य रवीन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि यह छन्दकार्यशाला छात्रों के लिए तो बहुत ही उपयोगी है ही साथ ही साथ महाविद्यालय के नैक मूल्यांकन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कार्यशाला के वैशिष्ट्य को परिभाषित किया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो.मंशाराम वर्मा ने छन्द के महत्व के साथ संस्कृत साहित्य में उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा सभी अभ्यागतों के प्रति आभार प्रकट किया। प्रशिक्षक जगदम्बा प्रसाद सिंह ने विविध छन्दों का उनके लक्षण सहगत परिचय कराते हुए छन्द गायन की विधाओं का ज्ञान करवाया। सरस्वती वन्दना पूजा तिवारी तथा स्वागत गीत मधु दुबे,शक्ति पाण्डेय, सच्ची पाण्डेय ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मंच संचालन जगदम्बा प्रसाद सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो.जितेन्द्र सिंह, डा.विवेक प्रताप सिंह, डा.पूजा यादव, डा.वन्दना भारतीय, श्रवण कुमार आदि आचार्यगण तथा आशुतोष मिश्र,रत्नेश तिवारी,अनुराग,विवेक अज्ञानी सहित 50 से अधिक छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।

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