प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता
*बेटियों और महिलाओं को दिखा रही स्वरोजगार अपनाने की राह*
*बोलीं की स्वावलंबन से ही बढ़ेगा महिला सशक्तिकरण*
Gonda News
बीते दशक भर में रुचि मोदी ने समाज सेवा में नए मुकाम गढ़े हैं। उन्होंने गरीब बच्चों से लेकर बालिकाओं के पढ़ाई के लिए किताब, स्कूल, यूनीफार्म की व्यवस्था कराई तो दूसरी तरफ महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित भी किया और उनके लिए स्वरोजगार को बढ़ावा देने वाले सरकारी योजनाओं से जोड़ने वाले विभागों के भी चक्कर काटे हैं। उन्होंने अपने समाज सेवा के कारवां को कभी रुकने नहीं दिया बल्कि जब भी उन्हें लगा कि समाज के लिए वे कुछ कर सकती हैं तो जोखिम उठाकर भी उन्होंने वह करने की कोशिश की।
*कोरोना के समय भुखमरी झेल रहे लोगों तक पहुंचाया लंच पैकेट भी :* कोरोना के समय भुखमरी झेल रहे लोगों तक लंच पैकेट पहुंचाने का काम उन्होंने बखूबी किया। वे कोविड कमांड सेंटर स्थित लेवल थ्री के अस्पताल तक गईं और लोगों को पैकेट बंद भोजन दिया।
कच्ची शराब के खिलाफ आवाज उठा चुकी हैं रुचि : वरिष्ठ अधिवक्ता समाज सेविका रुचि मोदी कच्ची शराब के खिलाफ भी आवाज उठा चुकी हैं। उन्होंने कच्ची शराब बनाने वाले परिवारों के महिलाओं के साथ भठ्ठियां तुड़वाईं। पुलिस व आबकारी विभाग की मदद लेकर कच्ची शराब पर अंकुश तो लगवाया ही साथ ही साथ उन्होंने महिलाओं व बेटियों के लिए स्वरोजगार के इंतजाम भी किए।
*महिला सशक्तीकरण की मिसाल हैं रुचि मोदी :* महिला सशक्तीकरण की मिसाल बनकर रुचि मोदी उभरी हैं। उन्होंने बेटियों के पढ़ाई, रोजगार व सामाजिक लड़ाई लड़कर उनका अगुवा भी साबित किया है।



