प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता
गोण्डा, संवाददाता। स्कीम वर्कर समन्वय समिति के पदाधिकारियों की एक बैठक ट्रेड यूनियन कार्यालय सुभाष नगर में आयोजित हुई। अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष रानी देवी पाल ने की और संचालन सुमन ने किया।
बैठक में आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की जिला महामंत्री नीलम श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार लगातार आंगनबाड़ी बहनों की उपेक्षा की कर रही है। अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा करने के बाद भी सरकार ने इस पर अमल नहीं किया बहुत ही मामूली मानदेय में आंगनबाड़ी की बहने स्वास्थ्य शिक्षा एवं कुपोषण पर पूरे देश और प्रदेश में कम कर रही हैं। विभागीय स्तर पर भी इनका शोषण लगातार जारी है संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं है। आशा कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष संतोषी देवी ने कहा कि आशा आशा संगिनी को समय से ना तो प्रोत्साहन राशि मिलता है ना ही बढ़ा हुआ पारिश्रमिक ही। वही लाभार्थियों को जननी सुरक्षा मातृत्व वंदना योजना के लाभ से भी काफी दिन से वंचित किया गया है।
कामकाजी महिला सेवा समिति की सचिव रीता देवी ने महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सभी कर्मियों की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा की विभाग स्वावलंबन के नाम पर महिलाओं को केवल लॉलीपॉप देकर राष्ट्रीय आजीविका मिशन की योजना के बजट का बंदर बांट कर रहा है। स्कीम वर्कर समन्वय समिति के मंडल संयोजक दिलीप शुक्ला ने कहा कि आने वाले बजट सत्र में आंगनवाड़ी आशा रसोईया समूह की महिलाओं के लिए न्यूनतम वेतन तथा तमाम लंबित मांगों को लेकर सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करने की तैयारी सीटू से संबंधित सभी जन संगठन अलग-अलग जनपदों में तैयारी कर रहे हैं। देवीपाटन मंडल गोंडा में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर पूरे मंडल से असंगठित क्षेत्र के श्रमिक अपनी-अपनी मांगों को लेकर सत्याग्रह करके प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस अवसर पर मालती, ममता, मुन्नी सिंह, मीरा देवी नीरज, शुक्ला, गिरजावती, रंजन गीता, सरोज, चित्रलेखा, ज्योत्सना शुक्ला, अभय श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित रहे



