स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत सरस्वती देवी नारी ज्ञानस्थली पीजी कालेज गोण्डा में पोस्टर प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा, 23 सितम्बर 2024: सरस्वती देवी नारी ज्ञानस्थली पीजी कालेज, गोण्डा में स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की 20 छात्राओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना और इसे समाज में व्यापक रूप से फैलाना था।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बीए पंचम सेमेस्टर की छात्रा अंजली सोनी ने प्राप्त किया, जबकि द्वितीय स्थान तृतीय सेमेस्टर की उमरा मेराज ने और तृतीय स्थान बीए तृतीय सेमेस्टर की प्रतिष्ठा मिश्रा ने हासिल किया। प्रतियोगिता का मूल्यांकन करने वाले निर्णायक मण्डल में महाविद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिकाएँ डॉ. आनन्दिता रजत, श्रीमती रंजना बंधु, डॉ. हरप्रीत कौर, और डॉ. सीमा श्रीवास्तव शामिल थीं।
इस प्रतियोगिता के माध्यम से न केवल स्वच्छता का संदेश दिया गया, बल्कि छात्राओं ने परिसर में स्वच्छता बनाए रखने का भी संकल्प लिया। कार्यक्रम के दौरान सभी छात्राओं ने अपने पोस्टरों के जरिए यह संदेश दिया कि स्वच्छता सिर्फ हमारे घरों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे हमारे सार्वजनिक स्थलों और संस्थानों तक भी फैलाना चाहिए।
कार्यक्रम के संयोजक और महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. मौसमी सिंह और डॉ. नीतू सिंह ने छात्राओं को संबोधित करते हुए स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “स्वच्छता हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है, और जिस प्रकार हम अपने घरों को साफ रखते हैं, उसी प्रकार हमें अपने कार्यस्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और समाज को भी स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।” उन्होंने यह भी बताया कि स्वच्छता केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों और स्वयंसेविकाओं को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई, जिसमें उन्होंने स्वच्छ भारत के निर्माण का संकल्प लिया और समाज के हर व्यक्ति तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाने की जिम्मेदारी ली।
इस प्रकार, सरस्वती देवी नारी ज्ञानस्थली पी0जी0 कालेज में स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल छात्रों में जागरूकता पैदा की, बल्कि एक स्वच्छ और स्वस्थ समाज की ओर कदम बढ़ाने का संदेश भी दिया।



