जैसे बच्चों को मां बाप की जरूरत बचपन में होती है वैसे ही मां बाप को बुढ़ापे में बच्चों की जरूरत होती है इसलिए अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटना चाहिए।
अलीगढ़ :जिस मां ने अपने बच्चों के लिए अपनी हर खुशी का हर पल त्याग किया हो उसी मां के बच्चों ने उसे घर से ही बेघर कर दिया। ईश्वर का दूसरा रूप होते हैं मां बाप लेकिन आज के समय में कुछ बच्चे ऐसे भी है जो अपने मां बाप को अपने साथ नही रखना चाहते है। जो की बहुत ही दर्द भर होता है मां बाप के लिए। जैसे आपको बचपन में मां बाप की जरूरत होती है वैसे ही मां बाप को भी बच्चों की जरूरत बुढ़ापे में जरूरत रहती है।
आपको बाते चलें 26 मार्च 2022 को संस्था के हैल्पलाइन नम्बर पर सूचना आयी कि एक बुज़ुर्ग महिला जिनका नाम रानी देवी (काल्पनिक नाम), उम्र लगभग 76 वर्ष होगी। प्रीमियर नगर बैंक कॉलोनी के नंदन छात्र मंदिर स्कूल के पास बैठी हैं। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उनको उनके बच्चों ने घर से निकाल दिया है।
उनका अपना मकान भी बिक चुका है। पिछले 3 दिनों से माताजी इधर उधर भटक रही हैं। उनकी स्थिति काफी दयनीय थी। हैंड्स फ़ॉर हैल्प ने तत्काल संज्ञान लेते हुए माताजी का हाल चाल पूछा। माताजी काफी भावुक हो गईं और नम आँखों से संस्था से मदद की गुहार लगाई। संस्था ने अपने मानव सेवा के धर्म को निभाते हुए माताजी को गाड़ी से सकुशल छर्रा वृद्धाश्रम भेज दिया। माताजी के चेहरे पर खुशी थी और मन में संस्था के लिए आशीर्वाद। ईश्वर सबकी रक्षा करे।
उपस्थित सदस्य:- सुनील कुमार (संस्थाध्यक्ष),डॉ० डी के वर्मा,भुवनेश शर्मा आदि।
सीख:- इस निर्मोही दुनिया में जो बच्चे अपने माँ बाप के प्रति अपना कर्तव्य भूल जाते हैं, भविष्य में उनको भी अपने बच्चों की उपेक्षा का दंश झेलना पड़ता है। इसीलिए अपने माँ बाप का और सभी बुज़ुर्गों का आदर व सम्मान करना चाहिए।



