प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता

Gonda:उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के द्वारा प्रदेश स्तरीय धरना 9 अक्टूबर 2023 दिन सोमवार को महानिदेशक स्कूली शिक्षा के कार्यालय विद्या भवन निशातगंज लखनऊ में होना निश्चित है ।धरने को सफल बनाने के लिए गूगल मीट के माध्यम से जिला कार्य समिति एवं ब्लॉकों के अध्यक्ष मंत्री के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की गई। जिला अध्यक्ष आनंद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में लखनऊ कूच करने के लिए शिक्षकों को तैयार रहने का आवाहन किया। शिक्षकों की जायज मांगों का निराकरण शासन द्वारा नहीं किया जा रहा है समस्याओं का निस्तारण न होने से शिक्षक मजबूर होकर 9 अक्टूबर को लखनऊ कूच करेंगे। धरने की सफलता के लिए प्रत्येक विकास खंड में संघर्ष समिति का गठन किया गया है। संघर्ष समिति में अध्यक्ष मंत्री सहित कुल 11 सदस्य होंगे तथा ब्लॉक अध्यक्ष मंत्री सहित 22 सदस्यीय कार्यकारिणी दोनों संयुक्त रूप से मिलकर शिक्षकों को जागरुक करते हुए धरने में प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित करेंगे। जिला मंत्री विजय नारायण पाण्डेय ने 21 सूत्री मांगों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जो निम्नवत है÷
माँग पत्र
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1-1 अप्रैल 2005 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना से आच्छादित किया जाए।
2-राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को उपार्जित अवकाश प्रतिकार अवकाश एवं अध्ययन अवकाश(स्टडी लीव) प्रदान किया जाए।
3-राज्य कर्मचारियों की भाँति शिक्षकों को भी निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
4-प्रत्येक प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की पदोन्नति व तैनाती की जाए।
5-सभी शिक्षकों को चयन वेतनमान के पश्चात 12 वर्ष की सेवा पूर्ण होने पर प्रोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाए।
6-सामूहिक बीमा की धनराशि ₹1000000 निर्धारित की जाए तथा वर्ष 2014 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों को भी सम्मिलित किया जाए।
7-अंतर्जनपदीय एवं अंतःजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में सेवा अवधि की शर्त को समाप्त किया जाए तथा सत्र में कभी भी आवेदन करने पर पारस्परिक स्थानांतरण किए जाएं।
8-1 दिसंबर 2008 के पश्चात पदोन्नति प्राप्त शिक्षकों को न्यूनतम मूल वेतन 17140 प्रदान किया जाए।
9-भारत सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2005 के पूर्व चयनित तथा 1 अप्रैल 2005 के पश्चात कार्यभार ग्रहण करने वाले कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना से आच्छादित किया गया है उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाए।
10-उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अधिनियम में प्रावधान व्यवस्था के अनुसार नियुक्त प्राधिकारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से ही पदोन्नत एवं अंतःजनपदीय स्थानांतरण कराया जाए।
11-माध्यमिक शिक्षा परिषद में शिक्षण कार्य 5 घंटे उच्च शिक्षा विभाग में 2 घंटे 40 मिनट तथा बेसिक शिक्षा परिषद जिसमें 6 से 14 आयु वर्ग के बच्चे अध्ययनरत हैं शिक्षणअवधि 6 घंटे निर्धारित है भीषण गर्मी व उमस के कारण बच्चे बीमार भी हो जा रहे हैं परिषदीय विद्यालयों का समय 7:30 से 12:30 तक गर्मी में रखा जाए।
12-शिक्षकों को बिना संसाधन एवं प्रशिक्षण के बिना ऑनलाइन कार्य जबरन लिए जा रहे हैं शिक्षक देर रात तक साइबर कैफे पर बैठकर कार्य कराने को दिवस है ऐसा न करने पर वेतन बाधित जैसी कार्यवाही या की जा रही है ऑनलाइन संबंधित समस्त कार गैर शिक्षणेत्तर कर्मियों से कराया जाए।
13-शिक्षक ग्रामीण परिवेश में दूरदराज स्थित विद्यालयों में कार्यरत हैं विद्यालय अवधि के पश्चात संकुल अथवा प्रधान अध्यापकों की बैठकर आयोजित की जा रही हैं मुख्यता महिला शिक्षकों को विशेष कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है विद्यालय अवधि के पश्चात बैठकों पर तत्काल रोक लगाई जाए।
14-शिक्षकों को फरवरी एवं मार्च माह में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक के रूप में लगा दिया जाता है अथवा विभाग द्वारा इन्हीं बाहों में कई प्रशिक्षण में लगाया जाता है जबकि परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों की परीक्षाएं भी इन्हीं बाहों में संचालित होनी रहती है जिससे परीक्षा की तैयारी प्रभावित होती है शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा के कार्यों में ना लगाया जाए।
15-प्राथमिक शिक्षकों के सहायक अध्यापकों को प्रोन्नत वेतनमान मिलने पर 4800 ग्रेड पे तथा पदोन्नति मिलने पर 4600 ग्रेड पे तथा सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक प्रधानाध्यापक प्राथमिक को प्रोन्नत वेतन मिलने पर 5400 ग्रेड पे तथा पदोन्नति पर 4800ग्रेड पे प्रदान किया जाता है जो कि शिक्षकों के साथ अन्याय है पदोन्नत अथवा प्रोन्नत वेतनमान मिलने पर एक समान ग्रेड पे व्यवस्था लागू किया जाए।
16-दिव्यांग शिक्षकों को शासनादेश वर्ष 2019 की नई व्यवस्था के अनुसार वाहन भत्ते का भुगतान नहीं किया जा रहा है अतः नई व्यवस्था के तहत भुगतान सुनिश्चित कराया जाए।
17-मृतक शिक्षकों के पाल्यों की नियुक्ति B.Ed एवं TETपास अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर नियुक्ति हेतु स्पष्ट आदेश निर्गत किया जाए।
18-परिषद के प्रत्येक विद्यालय में एक चतुर्थ श्रेणी /सफाई कर्मचारी/ चौकीदार नियुक्त किया जाए।
19- B.Ed डिग्रीधारी ऐसे शिक्षक जिनको ब्रिज कोर्स की आवश्यकता है तत्काल कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।
20- सुश्री स्वाति भारती जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बदायूं के अमर्यादित आचरण के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करते हुए निलम्बित किया जाए।
21- शिक्षकों को प्रत्येक वर्ष के सेवा पूर्ण करने पर एक उपार्जित अवकाश प्रदान किया जाता है उसका अंकन मानव संपदा पोर्टल पर सुचारू रूप से नहीं है तथा संगठन के पदाधिकारी को अतिरिक्त अवकाश का अंकन भी नहीं है।उक्त त्रुटियों को दूर किया जाए।
मीडिया प्रभारी ने सभी ब्लॉकों के अध्यक्ष से अपील किया है कि अपने अपने विकास खण्ड से वाहन प्रभारी नामित करके ससमय पहुँचने के लिए उचित व्यवस्था कर लें जिससे किसी शिक्षक साथी को अनावश्यक परेशानी न हो।

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