गोंडा।राजस्थान मे महिला चिकित्सक डॉ अर्चना शर्मा आत्महत्या प्रकरण मे चिकित्सकों मे उबाल है। शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले चिकित्सकों ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन पीएमओ को भेजा। चिकित्सकों के अन्य संगठन भी विरोध प्रदर्शन मे उतर आए हैं। चिकित्सकों ने एक आपात बैठक बुलाकर पूरे प्रकरण मे राजस्थान पुलिस की कार्रवाई को जमकर कोसा। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के साफ आदेश का प्रकरण में पुलिस ने उल्लंघन किया है। आईएमए के अध्यक्ष जीके सिंह ने कहा कि डॉ अर्चना को आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा ये प्रकरण है। जिसपर पर सरकार जरूरी कदम फौरन उठाए। आईएमए के सचिव डॉ मनोज मिश्रा ने कहा कि हम इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से, चौंकाने वाली, दर्दनाक और बेहद परेशान करने वाली घटना की सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, जो प्रकाश में आया है। चिकित्सको ने कहा कि कानून की प्रक्रिया की पूरी तरह से उपेक्षा के साथ पुलिस यहीं पर नहीं रुकी. अवैधता को आगे बढ़ाते हुए , उन्होंने डॉक्टर पर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या करने का आरोप लगाया, न कि आईपीसी की धारा 304 ए के तहत चिकित्सा लापरवाही के कारण। जो डॉ अर्चना को अथाह शर्मिंदगी और उत्पीड़न का कारण बना।
मांग किया कि वे डॉ. अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत इन संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करें। इसके अलावा, हम अनुरोध करते हैं कि डॉक्टरों पर की जाने वाली की आपराधिक धमकी को रोका जाए। इस दौरान डॉ उषा अग्रवाल, डॉ बीपी श्रीवास्तव, डॉ. आलोक अग्रवाल, डॉ पीके श्रीवास्तव, एनएचए के अध्यक्ष डॉ विजय मलिक, डॉ घनश्याम गुप्ता आदि रहे।



