प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता
स्कूल छोड़ने से पहले रोके जा सकेंगे बच्चे
स्कूल और बच्चों के बीच बढ़ाई जाएगी भावना, बढ़ेगा स्कूल से बच्चों का लगाव
गोण्डा, संवाददाता। अब स्कूल छोड़ने का मन बना रहे बच्चों को पहले ही पहचान लिया जाएगा। बच्चों को जानकर उनका स्कूल के प्रति लगाव बढ़ाया जाएगा। स्कूल ड्रॉप आउट यानी बच्चों का स्कूल छोड़ देने की समस्या को दूर करने के लिए बेसिक शिक्षा महकमे ने कमर कस ली है।
गुरुवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मास्टर ट्रेनर्स को पहले प्रशिक्षण दिया गया। अब ये मास्टर ट्रेनर ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर जाकर लोगों को प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण देने का काम पूरा किया गया।
अर्ली वार्निंग सिस्टम जनपद स्तरीय कार्यशाला
एक कॉन्फ्रेंसिंग हाल में आयोजित हुई।
बेसिक शिक्षा विभाग और यूनिसेफ के तत्वाधान में परिषदीय विद्यालयों में ड्रॉप आउट कम करने हेतु प्रयासों के अन्तर्गत जनपद के खण्ड शिक्षा अधिकारियों, एसआरजी व एआरपी की ईडब्लूएस कार्यशाला का उदघाटन प्राचार्य डायट श्री अतुल तिवारी व प्रभारी बीएसए आरके सिंह द्वारा किया गया। कार्यशाला में बीईओ ध्रुव प्रसाद, सुशील कुमार सिंह, हर्षित पान्डेय, फिजा मिर्ज़ा एसआरजी विनीता कुशवाहा, कृष्ण बिहारी लाल, एआरपी श्री आरपी. सिंह, श्याम नारायण पान्डेय, सत्यव्रत वर्मा, पुष्कर तिवारी, अनिल मिश्रा, संजीव मिश्रा, आशुतोष द्विवेदी, हेमन्त सिंह आदि उपस्थित रहे। प्रशिक्षकों संदीप जी, अवनीश , इन्द्रभान, प्रज्ञा, सुनील जी द्वारा ड्रॉप आउट समस्या के कारण, प्रभाव और निवारण के विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी।



