प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता
ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक सुनील कुमार शुक्ल ने दिए किसानो को टिप्स
Gonda News : शरद काल मे गन्ना की फसल लेने के कई फायदे है। शरद काल मे गन्ना बुबाई के फायदों के बारे मे जानकारी देते हुए ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक गोण्डा सुनील कुमार शुक्ल ने बताया कि इस समय सर्वोत्तम प्रजाति का स्वस्थ बीज गन्ना आसानी से मिल जाता है। शरद काल के गन्ने में रोग व कीट का प्रकोप कम होता और गन्ने की फसल को अधिक समय मिलता है। जिससे बसन्तकालीन गन्ने की अपेक्षा 25-30% उपज़ अधिक होती है। शरद काल में गन्ने की बुबाई का समय सितम्बर मास से अक्टूबर मास तक होता है। लेकिन नमी की अधिकता के कारण खेत तैयार न हो पाने की स्थिति मे बीज गन्ना को गर्म पानी से शोधित करके 15 नवम्बर तक बुबाई की जा सकती है। गन्ना बुबाई में नवीन स्वीकृत प्रजातियों में कोशा 0238,कोशा,
17231,को.लख.15466, कोशा 13235 तथा को. लख. 14201 की हीं बुबाई करें।
गन्ने के छोटे टुकड़े 1 से 2 आँख के ही बनाये तथा उन्हे हेक्साटॉप 100 ग्राम तथा इमिडाक्लोरोपिड 100 मिली को 100 लीटर पानी के घोल में 10 से 15 मिनट के लिए डुबोये । तत्पश्चात गन्ने की बुबाई ट्रेंच बिधि से कूड़ों से कूड़ों की दूरी 4 फिट रखते हुए बुबाई करें। तथा गन्ने के टुकड़ो पर केवल एक से डेढ़ इंच ही मिट्टी डाले, जिससे जमाव अच्छा होता है। शरद काल के गन्ने की दो लाइनों के बीच में लाही, आलू, लहसुन, धनिया, आदि की खेती करके अतिरिक्त लाभ प्राप्त किया जा सकता है।



